इम्फाल - अफस्पा के खिलाफ गत 16 वर्षों से भूख हड़ताल पर रही इरोम शर्मिला ने चुनाव में उतरने के फैसले का ऐलान तो अनशन खत्म करते वक्त ही दे दिया था .अब उन्होंने अपनी पार्टी का नामकरण भी कर दिया है. इरोम शर्मिला ने अपनी पार्टी का नाम “पीपल्स रिसर्जन्स जस्टिस एलायंस” रखा है.
गौरतलब है कि मणिपुर से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आर्म्डी फोर्स स्पे शल पावर एक्टि) 1958 को हटाए जाने की मांग को लेकर इरोम 2 नवंबर 2000 से वो भूख हड़ताल पर थी, जिसे उन्होंने जुलाई 2016 में खत्म किया. वस्तुतः 2 नवम्बर के दिन मणिपुर की राजधानी इंफाल के मालोम में असम राइफल्स के जवानों के हाथों 10 लोग मारे गए थे. इसलिए उन्होंने इस दिन से अपनी भूख हड़ताल शुरू की थी. उन्होंने महात्मा गांधी के अनशन के तरीके को अपनाकर आगे बढ़ने की कोशिश की लेकिन वो इस कोशिश को अंजाम तक नहीं ले जा पाई थी.
हालाँकि परिवर्तन के नारे के साथ इरोम ने अपनी पार्टी का एलान तो कर दिया. लेकिन सत्ता मिलने पर पार्टियों ने रास्ते बदल लिए. पिछले वर्षों में आम आदमी पार्टी भी देश में परिवर्तन के मुद्दे को लेकर बनी थी. लेकिन सत्ता मिलने के बाद उसमें और बाकी पार्टियों में कुछ फर्क नहीं रह गया.इससे सभी वाकिफ हैं.