बॉलीवुड में अपनी दमदार पहचान बनाने वाले इरफान खान ने अब इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. उन्होंने जाते जाते अपने प्रशंसकों के लिए अंतिम संदेश भी कहा था जो यह था कि ''जिंदगी में कई बार बड़ी मुश्किलें आती हैं, लेकिन सकारात्मकता के साथ इसे जीना चाहिए.'' आप सभी को बता दें कि इरफान का बुधवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. जी दरअसल वह खराब सेहत के कारण अपनी आखिरी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' के प्रचार में भाग नहीं ले पाए थे और अपने प्रशंसकों के लिए उन्होंने ऑडियो संदेश रिकॉर्ड किया था.
वहीं उन्होंने अपने आखिरी संदेश में कहा, "हैलो भाइयो बहनों, नमस्कार. मैं इरफान... मैं आज आपके साथ हूं भी और नहीं भी हूं." अपने चाहने वालों से भावनात्मक डोर बांधते हुए इरफान खान ने इस संदेश में कहा, "खैर यह फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' मेरे लिए बहुत खास है. यकीन मानिए, मेरी दिली ख्वाहिश थी कि इस फिल्म का प्रचार इतने ही प्यार से करुं, जितने प्यार से हमने इसे बनाया है." जी दरअसल होमी अदजानिया निर्देशित इस फिल्म की शूटिंग इरफान ने जिस समय की थी, उस वक्त उनका न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज चल ही रहा था. वहीं इरफान खान ने कहा, "लेकिन मेरे शरीर के अंदर कुछ अनचाहे मेहमान बैठे हुए हैं. उनसे वार्तालाप चल रहा है. देखते हैं कि ऊंट किस करवट बैठता है. जैसा भी होगा, आपको इत्तला कर दी जाएगी."
इरफान कहते हैं, "कहावत है 'व्हेन लाइफ गिव्स यू लेमन, यू मेक ए लेमनेड.' बोलने में अच्छा लगता है लेकिन सच में जब जिंदगी आपके हाथ में नींबू थमाती है तो शिकंजी बनाना बहुत मुश्किल हो जाता है. लेकिन आपके पास सकारात्मक रहने के अलावा विकल्प ही क्या है." इसी के साथ आगे इरफ़ान खान ने कहा कि, ''इन हालात में नींबू की शिकंजी बना पाते हैं या नहीं बना पाते, ये आप पर है. हम सबने इस फिल्म को उसी सकारात्मकता के साथ बनाया है और मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म आपको सिखाएगी, हंसाएगी, रुलाएगी, फिर हंसाएगी." अपने संदेश में उन्होंने आखिर में कहा, "ट्रेलर का मजा लीजिए और एक दूसरे के प्रति करुणा रखिए. और हां, मेरा इंतजार करना."
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