अक्सर ऐसा महसूस किया जाता है कि इंसान को कई बार कोई न कोई महक अपनी ओर आकर्षित करती है।वही जिससे कि वह काफी लगाव महसूस करने लग जाता है। इसके साथ ही वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि खुशबूदार वस्तुएं वातावरण में नकारात्मकता को भी खत्म करने का काम करती हैं। वहीं वास्तु के मुताबिक केवल उन वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए, जो मन को अच्छी लगें। इसके साथ ही ऐसी खुशबू जिससे एलर्जी हो या जो मन को न भाए उससे दूर रहना चाहिए। वही आज हम आपको वास्तु के हिसाब से बताएंगे कि कौन सी खुशबू किस तरह व्यक्ति पर असर करती है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, सुगंधित वस्तुओं के सही उपयोग से मन और शरीर से जुड़ी कई बीमारियां दूर होती हैं।
रात्रि में सोने से पूर्व घी में भिगोया हुआ कपूर जलाना चाहिए। इससे तनावमुक्ति और गहरी नींद आती है।यदि आपके घर-परिवार में लड़ाई-झगड़े बने रहते हैं तो इसके लिए घर के पूजाघर में घी का दीपक जलाएं, इससे घर में शांति बनी रहती है। इसके साथ ही कपूर और अश्वगंधा की सुगंध घर में फैलानी चाहिए।प्राकृतिक फूलों में सुगंध भरपूर होती है और इनकी सुगंध से मन पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता है इसलिए घर में ज्यादा से ज्यादा इस तरह के फूलों को उपयोग में लिया जाना चाहिए। वही वास्तुशास्त्र कहता है कि बेला-चमेली की सुगंध का प्रयोग केवल विवाहित दंपत्तियों को ही करना चाहिए। इसकी सुगंध काम भाव पैदा करती है। इसके साथ ही मन की शांति के लिए रात रानी का पौधा बेडरूम के बाहर लगाएं अथवा उसके फूल से कमरे को सजाएं।
घर में जिस स्थान पर बैठकर अध्ययन करते हैं उस स्थान पर भी सुगंधित वस्तुओं को रखना चाहिए इससे नकारात्मकता दूर होती है। वैसे छात्रों को पढाई करते समय और स्टडी रूम में गुलाब की सुगंध का प्रयोग नहीं करना चाहिए। वही सुबह की पूजा के समय मोगरे व लेवेंडर की तीखी खुशबू वाली धूप-बत्तियों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि मोगरे की खुशबू काफी तेज होती है, जो दिलो दिमाग को अस्थिर करती है और मादकत लाती है। इसके साथ ही यदि घर का कोई सदस्य यदि किसी कारणवश तनाव या डिप्रेशन में हो तो वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में हर हफ्ते में कम से कम एक बार हवन सामग्री जलाने व घर के सभी हिस्सों में धूनी देने से राहत मिलती है। वही बारिश होने पर या जब भी मिट्टी गीली होती है तो उससे एक सोंधी-सोंधी खुशबू आती है, जो शायद ही किसी को पसंद न आती हो।इसके अलावा वास्तुशास्त्र कहता है कि मिट्टी पर बारिश की बूंदों से आने वाली खुशबू हर तरह के तनाव को दूर करने में उपयोगी है।
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