नई दिल्ली: दुनियाभर में आए दिन कोरोना वायरस के नए मरीज सामने आ रहे हैं. जिसमें भारत में अब तक 42 से अधिक मरीजों में इस खतरनाक वायरस की पुष्टि हो गई है. वहीं, कई राज्यों में अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों की छुट्टियां कर दी गईं हैं. दुनियाभर में अब तक कोरोना वायरस के 1 लाख 10 हजार से अधिक मामले सामने आ गए हैं. US में जहां दिन पर दिन कोरोना वायरस के मरीज बढ़ रहे हैं, वहीं इटली के उत्तरी क्षेत्र में भी हालात खराब बने हुए हैं. हालांकि लोग उम्मीद कर रहे हैं कि जैसे ही मौसम में बदलाव आएगा तो इस वायरस की सक्रियता में कमी नजर आएगी, क्योंकि कुछ समय पहले एक्सपर्ट्स इस थ्योरी के साथ सामने आए थे कि गर्म वातावरण में यह वायरस जीवित नहीं रह सकेगा.
दिन गुजरने के साथ ही यह थ्योरी भी कमजोर पड़ती नजर आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अब यह थ्योरी सही नहीं लग रही है. यह उम्मीद कमजोर पड़ती नजर जा रही है. यह उम्मीद बेमानी नजर आ रही है कि गर्मी के महीनों में कोरोना वायरस का प्रभाव खत्म हो जाएगा.
WHO के हेल्थ इमरजेंसी प्रोग्राम के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. माइक रेयान का यह जानकारी दी है कि अब तक ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं कि गरमी के महीनों में यह वायरस नष्ट हो जाएगा. यह केवल एक धारणा है. WHO ने वैश्विक नेताओं को चेताते हुए कहा है कि COVID-19 को सीजनल फ्लू या बीमारी न समझा जाए. दुनिया के अन्य देशों को इस खतरनाक वायरस को फैलने से रोकने के लिए तैयार रहना चाहिए. वहीं, WHO के डिसीज कंट्रोल सेंटर का यह कहना है कि ज्यादातर श्वसनतंत्र की बीमारियों से जुड़े अधिकांश वायरस सीजनल होते हैं. जिस कारण से गर्मियों में उनके केस कम हो जाते हैं जिससे कुछ उम्मीद बाकी रहती है. लेकिन कोरोना वायरस के संबंध में कोई भी इस बात को लेकर विश्वास से नहीं कह पा रहा है.
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