आजकल लैपटॉप और अन्य गैजेट्स हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। ये हमारे कई काम आसान कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनका इस्तेमाल आपकी मर्दानगी पर भी असर डाल सकता है? खासकर उन पुरुषों के लिए, जिनकी उम्र 30 साल या उससे ज्यादा है। आइए जानते हैं कैसे लैपटॉप आपके प्रजनन स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
लैपटॉप का इस्तेमाल और प्रजनन क्षमता: हाल ही में एक अध्ययन में पता चला है कि लंबे समय तक लैपटॉप का इस्तेमाल करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। डॉ. रूबी यादव और डाइटिशियन कनिका मल्होत्रा ने बताया है कि लैपटॉप का ज्यादा देर तक गोद में रखकर उपयोग करने से फर्टिलिटी पर असर पड़ सकता है।
हीट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड का खतरा: डॉ. रूबी यादव के अनुसार, लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड से हाइपरथर्मिया हो सकता है। यह स्थिति शुक्राणुओं की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा सकती है। अगर आप लैपटॉप को गोद में रखते हैं, तो अंडकोष का तापमान बढ़ सकता है। यह तापमान शुक्राणु बनाने के लिए आवश्यक तापमान से अधिक होता है, जिससे स्पर्म काउंट और मोबिलिटी में कमी आ सकती है।
बढ़ती इनफर्टिलिटी की समस्या: स्वास्थ्य रिपोर्ट्स के अनुसार, आजकल लगभग 15 से 20% युवा कपल्स गर्भधारण में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि लैपटॉप और मोबाइल फोन का अधिक उपयोग स्पर्म प्रोडक्शन में गिरावट का कारण बन रहा है।
क्या करें?: अगर आप 30 साल के आसपास हैं और परिवार शुरू करने की सोच रहे हैं, तो लैपटॉप को गोद में रखकर इस्तेमाल करने से बचें। इसके बजाय, कुछ सुझाव अपनाएं:
कूलिंग पैड का इस्तेमाल करें: लैपटॉप के नीचे कूलिंग पैड रखने से गर्मी कम हो सकती है।
टेबल पर रखें: हमेशा लैपटॉप को टेबल पर रखें, जिससे अंडकोष का तापमान नियंत्रित रहे।
ब्रेक लें: लंबे समय तक लैपटॉप पर काम करने से बचें। बीच-बीच में ब्रेक लेकर उठें और थोड़ी देर टहलें।
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