काबुल: पाकिस्तान में जारी वित्तीय चुनौतियों और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति के बीच, तालिबान ने अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए एक तत्काल सलाह जारी की है। इन उभरती परिस्थितियों के बीच पाकिस्तान में रहने वाले अफगान नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में उनके पाकिस्तान स्थित कार्यालयों को प्रासंगिक निर्देश जारी किए गए हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अफगान नागरिकों को एक यात्रा सलाह जारी की गई है, जिसमें उन्हें मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता, विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाओं के कारण पाकिस्तान की यात्रा न करने के लिए कहा गया है और चेतावनी दी गई है। बता दें कि, इससे पहले कनाडा और अमेरिका के साथ यूनाइटेड किंगडम (UK) ने शनिवार को दिशानिर्देश जारी कर अपने नागरिकों को पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों की यात्रा न करने की सलाह दी थी। अमेरिकी दूतावास के बयान में स्कर्दू और डायमर में हाल के विरोध प्रदर्शनों का हवाला देते हुए अमेरिकी नागरिकों को गिलगित-बाल्टिस्तान में विशेष रूप से सतर्क रहने की आवश्यकता पर जोर दिया था। इसमें आगे विरोध प्रदर्शन, सड़क बंद होने और क्षेत्र में स्थानीय मोबाइल और इंटरनेट नेटवर्क पर परिणामी प्रभाव की संभावना पर भी ध्यान दिया गया था।
पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति:-
एक प्रमुख थिंक टैंक के डेटा का हवाला देते हुए एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति खराब हो रही है, क्योंकि देश अस्थिर उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्रों में सक्रिय आतंकवादी समूहों द्वारा किए गए आतंकवादी हमलों में लगातार वृद्धि से जूझ रहा है। पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) के आंकड़ों का हवाला देते हुए, डॉन अखबार ने बताया है कि, अगस्त में आतंकी हमलों की संख्या लगभग नौ वर्षों में सबसे अधिक मासिक स्तर पर पहुंच गई थी। थिंक टैंक के अनुसार, पूरे देश में कुल 99 आतंकी हमले हुए, जो नवंबर 2014 के बाद से सबसे अधिक मासिक आंकड़ा है। डेटा ने यह भी संकेत दिया कि सुरक्षा बल हिंसक घटनाओं का प्राथमिक केंद्र बने रहे, जो कुल मौतों का 50 प्रतिशत और कुल चोटों का 63 प्रतिशत था।
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