दुनिया भर के कई हिस्सों में हर साल कोई न कोई नई महामारी जन्म ले रही वर्ष 2019 के अंत और 2020 की शुरुआत में पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर देखने को मिला, वहीं इस वायरस के कहर के आगे अनगिनत लोगों ने अपनी जान से हाथ तक धो दिया, वक़्त बदला, लेकिन इस वायरस का कहर काम नहीं हुआ, वैक्सीन आई और करोड़ों लोगों को लगाने का टारगेट भी पूरा हुआ. लेकिन कुछ समय के बाद कोरोना वायरस का नया वेरिएंट भी देखने को मिला जिसका नाम डेल्टा बताया गया. अब एक बार फिर से कोरोना का नया रूप सामने आया है और इस वायरस के नए स्वरुप का नाम OMICRON कहा जा रहा है. अब तो इस वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है. इस वायरस और आने वाली कई आपदाओं को लेकर लोगों के बीच यही खौफ है कि क्या ये दुनिया का अंत है....? अभी इस बात की किसी भी तरह से कोई पुष्टि नहीं हो पाई है. हलाकि वैज्ञानिक इस समस्या से लड़ने का नया तरीका ढूंढ रहे है.
इसी पर कई भविष्यवाणी ऐसी सामने आ चुकी है, जो ये बता रही थी कि धरती नष्ट होने वाली वाली है। हालाँकि ऐसा कुछ हुआ नहीं है अब तक। और आगे भी हम यही उम्मीद करते है कि ऐसा कुछ ना हो। हाल ही एक भविष्यवाणी सामने आई है जिसको जानकार आप और भी ज्यादा परेशान हो उठेंगे, यह भविष्यवाणी कुछ ईसाई समूहों ने सामूहिक रूप से की है। जो ये बताते हैं कि 2017 में धरती नष्ट हो जायेगी।
दरअसल, इन समूहों की मानें तो अगले साल यानि 2017 से दुनिया के अंत की शुरुआत शुरू हो जाएगी। भविष्यवाणी करने वाले इस ईसाई समूह के अनुसार 2017 में अमेरिका में होने वाले पूर्ण चंद्रग्रहण के बाद दुनिया तबाही की और बढ़ जाएगी। क्यों आएगी तबाही ? इनकी माने तो “इजराइल की स्थापना को 70 साल हो चुके हैं। 70 साल पहले एक Biblical Generation की शुरुआत हुई थी जो कि अगले वर्ष खत्म होने वाली है। एक नई शुरुआत के लिए यह अंत होना स्वाभाविक है।”
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