क्या सच में हार्ट फेल और ब्रेन स्ट्रोक का है आयुर्वेद में इलाज

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आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। हमारे जीवन की तेज रफ्तार, तनाव और गलत खानपान की वजह से ये समस्याएं आम होती जा रही हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हमारे पूर्वजों के पास ऐसा ज्ञान था, जो आज की इन गंभीर बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद कर सकता है?

पुराने समय का ज्ञान: आज भी उपयोगी: हमारे पूर्वज प्राकृतिक उपचारों और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करते थे, जिसके कारण वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते थे। योग, ध्यान, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां और प्राकृतिक खानपान उनके जीवन का हिस्सा थे। वे अपने खानपान और दिनचर्या में ऐसे बदलाव करते थे, जिससे उनका शरीर और दिमाग दोनों संतुलित रहते थे।

दिल की बीमारियों से बचने के पुराने उपाय: पहले के लोग अपने खाने में ताजे और प्राकृतिक खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल करते थे। उन्होंने घी, नारियल तेल, और सरसों के तेल जैसे प्राकृतिक वसा का सेवन किया, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते थे। इसके अलावा, वे ज्यादा से ज्यादा शारीरिक मेहनत करते थे जैसे खेती, मवेशियों की देखभाल, और पैदल चलना। ये सभी आदतें दिल की सेहत को बनाए रखने में मदद करती थीं।

मस्तिष्क को शांत रखने के उपाय: आज के तनावपूर्ण माहौल में मानसिक शांति पाना मुश्किल हो गया है। लेकिन पुराने समय में ध्यान और योग नियमित रूप से किया जाता था, जिससे मस्तिष्क शांत और स्थिर रहता था। ध्यान और योग से न केवल मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि ये मस्तिष्क के कार्यों को भी मजबूत बनाते हैं। हमारे पूर्वज ध्यान के माध्यम से तनाव और चिंता को दूर रखते थे, जो मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता था।

आयुर्वेद और जड़ी-बूटियां: आज भी कारगर: आयुर्वेद का ज्ञान हमारे पूर्वजों का एक अमूल्य तोहफा है। यह चिकित्सा पद्धति प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और उपचारों पर आधारित है। तुलसी, अश्वगंधा, हल्दी और गिलोय जैसी जड़ी-बूटियां दिल और मस्तिष्क की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती हैं। हमारे पूर्वज इन जड़ी-बूटियों का नियमित सेवन करते थे, जिससे वे गंभीर बीमारियों से बचे रहते थे।

स्वस्थ जीवनशैली की अहमियत: हमारे पूर्वज दिन की शुरुआत जल्दी करते थे और सूरज ढलने से पहले अपने सारे काम निपटा लेते थे। रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने की उनकी आदत ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बनाए रखा। इसके अलावा, वे खाना भी संयमित और समय पर खाते थे, जिससे उनका पाचन तंत्र सही तरीके से काम करता था।

आज के समय में इन उपायों का महत्व: आज की व्यस्त जिंदगी में अगर हम अपने पूर्वजों की जीवनशैली और उनके उपायों को अपनाएं, तो हम कई गंभीर बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। स्वस्थ खानपान, नियमित योग और ध्यान, और प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल हमें दिल और मस्तिष्क से जुड़ी बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकता है।

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