विशाखापत्तनम: सोशल मीडिया पर शुक्रवार (25 नवंबर) पर एक बिल की फोटो वायरल होने के बाद विशाखापत्तनम की ट्रैफिक पुलिस विभाग सवालों में घिर गई है। दरअसल, इस बिल पर ईसा मसीह की तस्वीर और बाइबिल का एक कोट भी लिखा हुआ था। इस विवादास्पद बिल की तस्वीर तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के नेता अमन वेंकट रमना रेड्डी ने ट्विटर पर शेयर की थी। इस बिल में आंध्र प्रदेश के एक व्यक्ति से विजाग रेलवे स्टेशन से VIP रोड तक ऑटो के जरिए फेरी लगाने को लेकर 80 रुपए का शुल्क वसूला गया था।
Amen pic.twitter.com/5kYWo1aHrv
— anam venkata ramana reddy (@anamramana) November 25, 2022
गौर करनी वाली बात यह है कि बिल में सबसे ऊपर ‘ट्रैफिक पुलिस, विशाखापत्तनम सिटी’ लिखा हुआ है। वहीं, इसके नीचे ईसा मसीह (Jesus Christ) की तस्वीर है। इसके साथ ही, बाइबिल का एक कोट भी लिखा था कि, 'यहोवा, तेरे आने-जाने में तेरी रक्षा अब से लेकर हमेशा करता रहेगा।' बिल की यही तस्वीर RSS विचारक रतन शारदा ने भी साझा की थी। उन्होंने यह फोटो शेयर करते हुए सवाल किया कि, 'आंध्र प्रदेश में ट्रैफिक पुलिस का चालान येशु के संदेश के साथ किया जाता है, धर्मनिरपेक्षता जिंदाबाद। कोई भारतीय न्यायालय क्यों नहीं जा रहा है? क्या आंध्र प्रदेश के वकील केवल पैसे कमाने में व्यस्त हैं?'
Traffic police challan in #AndhraPradesh comes with a message of #Jesus!
— Ratan Sharda ???????? रतन शारदा (@RatanSharda55) November 25, 2022
Viva #Secularism.
Why is no Indian going to courts? Are lawyers of AP only busy making money? pic.twitter.com/Icx6j99rOl
सोशल मीडिया पर विवाद बढ़ने के बाद, विजाग पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि, 'एक ऑटो ड्राइवर द्वारा हेड कॉन्स्टेबल को यह पर्चियाँ सौंपी गईं थीं। मगर, दुर्भाग्य से उसने इमरजेंसी में गलती कर दी और ये पर्चियाँ बाँट दीं। मामला संज्ञान में आने के बाद इस पर फ़ौरन रोक लगा दी गई है। पर्चियों का वितरण जानबूझ कर नहीं किया गया था।' हालाँकि, सोशल मीडिया यूजर्स विजाग पुलिस के इस जवाब से संतुष्ट नज़र नहीं आए और पुलिस पर धोखाधड़ी करने का इल्जाम लगाते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी।
Amen pic.twitter.com/5kYWo1aHrv
— anam venkata ramana reddy (@anamramana) November 25, 2022
‘Phani Kiran’ नामक एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि, 'एक ऑटो ड्राइवर, एक हेड कॉन्स्टेबल और एक मुख्यमंत्री 3 अंडरकवर एजेंट।' Phani Kiran शायद यह कहना चाह रहे थे कि तीनों लोग सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल ईसाई मजहब का प्रचार करने के लिए कर रहे हैं। एक अन्य यूजर ने विजाग पुलिस पर मामले की असलियत छुपाने का आरोप लगाते हुए ट्वीट करते हुए लिखा 'बढ़िया बचाव।' एक अन्य यूजर ने लिखा कि, 'पर्ची पर यातायात पुलिस, विशाखापत्तनम स्पष्ट लिखा हुआ है। यदि विजाग जिले का पूरा पुलिस विभाग ईसाई धर्म का पालन करता है, तो ठीक है। बस झूठ मत बोलो, जो आपके धर्म के खिलाफ है।'
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