नई दिल्ली : केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के कारण पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के माथे से पसीना टपकने लगा है। उसे यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वह पहले से छपे नकली नोटों को किस तरह से ठिकाने लगाये।
हालांकि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने यह खबर दी है कि पाक की खुफिया एजेंसी नुकसान की परवाह न करते हुये नकली नोटों की लागत निकालने के लिये न केवल दिन रात एक कर रही है वहीं उसके कर्ताधर्ताओं ने अपने गुर्गों से यह कहा है कि वे किसी भी स्थिति में भारतीय बैंकिंग सिस्टम में खपा दें।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में भारत के नकली नोटों को छापने का गौरखधंधा लंबे समय से जारी है लेकिन जब से मोदी सरकार ने मौजूदा पांच सौ और एक हजार रूपये के नोटों को चलन से बंद किया है, पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की जमीन खिसक गई है।
नेपाल के रास्ते नकली नोट
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने जानकारी दी है कि आईएसआई के गुर्गे नेपाल के रास्ते नकली नोटों को भारत ला सकते है। इस जानकारी के बाद नेपाल की सीमा पर तैनात भारतीय जवानों को हाईअर्लट कर दिया है। इसके साथ ही नेपाल सीमा पर और अधिक चोकसी बरतना शुरू कर दी गई है।
बताया गया है कि आईएसआई ने अपने देश में पनपने वाले आतंकी संगठनों के साथ ही नकली नोटों को सप्लाय करने वाले एजेंटों से यह कहा है कि वे नकली नोटों को नेपाल के रास्ते भारत में भेजने का काम करें। जानकारी मिली है कि नोटबंदी के पहले नकली नोटों को खपाने वाले एजेंटों को भारी मुनाफा दिया जाता था लेकिन अब नोटबंदी के बाद मुनाफा बहुत कम कर दिया गया है।