नई दिल्ली : बर्बर आतंकी संगठन आईएसआईएस अब देश में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए देश के नक्सलियों से आंतक फैलाने का गुर सीखना शुरु किया है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने ये कुलासा करते हुए कहा कि भारत में आईएसआईएस के गुर्गों ने आतंक फैलाने के तरीके समझने के लिए नक्सली गुटों से संपर्क किया और उनसे आग्नेयास्त्र खरीदने की योजना बना रहे थे।
इस का जिक्र आतंकी घटनाओं में लिप्त होने के आरोप में 16 लोगों के खिलाफ एक विशेष अदालत में चल रही आतंक रोधी जांच एजेंसी द्वारा दायर किए गए पूरक आरोप में किया गया। इनमें भारत में आईएसआईएस के लिए रिक्रूटमेंट का काम करने वाला शफी अरमार का भी नाम है, जो फिलहाल फरार है।
एनआईए ने अरमार और 15 अन्य पर भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी रोकथाम कानून और विस्फोटक सामग्री कानून के तहत आरोप लगाए हैं। अरमार के खिलाफ आईएसआईएस से जुड़े एक अन्य मामले में कल मुंबई की अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया। एनआईए ने आईएसआई के खिलाफ 9 दिसंबर 2015 को एक मामला दर्ज कराया था।