पंजाब की धरती सर्द मौसम में बड़ी - बड़ी नहरों के आसपास जमीं औंस की बूंदें, लहलहाते खेत और खुशगवार मौसम में याद आता सरसों दा साग और मक्के की रोटी का स्वाद जी हां, यह कोई भी भूलना नहीं चाहेगा। मगर इस तरह का शानदार वातावरण तब खराब हो जाता है जब फिज़ा में बारूद की गंध आने लगती है। बारूद ही नहीं आतंकियों की मौजूदगी और सुरक्षाबलों की गोलियों से थर्राते माहौल से हर कहीं दहशत का माहौल हो जाता है।
ऐसा ही एक माहौल नववर्ष के दौरान तैयार किया गया। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की निशानदेही पर आतंकियों ने सरहद पार की और पाकिस्तान की सीमा से करीब 18 किलोमीटर दूर पठानकोट के वायुसैना के एयरबेस स्टेशन पर धावा बोल दिया। भारत के वीर जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 4 आतंकी कार्रवाई के पहले ही दिन ढेर कर दिए। अन्य आतंकियों को मारने की कार्रवाई चलती रही। तो भारत के सैन्य अधिकारी और जवान भी शहीद हुए।
मगर अपनी शहादत के साथ उन्होंने देश की सफलता का रास्ता तैयार कर दिया। वह पंजाब जो वर्षों पूर्व बब्बर खालसा के आतंक से मुक्त हुआ था फिर से दहल उठा। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने इस राज्य को अस्थिर करने की काफी कोशिशें कीं मगर जब बात नहीं बनी तो वायु सेना को आतंकियों द्वारा निशाना बनाने का प्रयास किया गया। इसके पहले भी पाकिस्तान से आए घुसपैठिए आतंकियों ने पंजाब प्रांत के सियालकोट में थाने पर हमला कर दिया था।
आतंकी यहां से बड़ी साजिश को अंजाम देने में लगे थे। यही नहीं आतंकियों का यह प्लान नाकाम रहा तो उन्होंने पंजाब के वासियों की धार्मिक भावनाऐं भड़काकर उपद्रव का आसान तरीका खोज निकाला। इस बात को लेकर राज्य सरकार ने भी जानकारी दी है कि खुफिया एजेसिंयों ने उन्हें संकेत दिए हैं कि गुरू ग्रंथ साहिब के बेअदवी के मसले से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पंजाब में हालात बिगाड़ने में लगी है।
पहले भी पाकिस्तान के आतंकी संगठन देश में कई स्थानों पर इस तरह की भावनाऐं भड़काने का प्रयास करते रहे हैं। मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। मगर पंजाब में सीधे श्री गुरूग्रंथ साहिब की प्रतियों को निशाना बनाकर उन्होंने देश को अस्थिर करने का प्रयास किया। इस तरह की बातों से सिख संप्रदाय मे असंतोष बढ़ा और फिर से खालिस्तान की मांग उठने लगी।
हालांकि समय रहते इस तरह की मांगों को दबा दिया गया। मगर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ने एक असफल प्रयास किया। दरअसल अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी यह बात जाहिर की गई है कि इस्लामिक स्टेट आॅफ इराक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और अन्य आतंकी संगठनों की मदद से भारत को अस्थिर करने का प्रयास कर रहा है। इसके लिए आईएसआई ने बड़े पैमाने पर प्लान तैयार किए थे।
जिसमें एक कोशिश सिख संप्रदाय की धार्मिक भावनाऐं भड़काने और पठानकोट के एयर बेस स्टेशन पर हमला करने का भी रहा। हालांकि आतंकी हमले में आईएसआई को सफलता नहीं मिली। मगर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी और वहां की सेना का रूख भारत के प्रति साफ हो गया।
अब भारत के पास अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्याप्त सबूत हैं जिससे यह साबित होता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी देश में आतंक फैलाने में लगी है। बहरहाल अब भारत और आतंकवाद का खात्मा करने वाले अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान प्रेरित आतंकवाद को ध्वस्त करने को लेकर कड़ी कार्रवाई की दरकार है।