तेल अवीव: यहूदी देश इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उनका देश एक संप्रभु देश है, जो विदेशी दबाव के आधार पर कोई फैसला नहीं लेता है। मंगलवार (28 मार्च) और बुधवार (29 मार्च) की दरम्यानी रात बेंजामिन नेतन्याहू का यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा मंगलवार को की गई टिप्पणियों के जवाब में पलटवार के रूप में सामने आई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, न्यायिक सुधार के विरोध में इजराइल में जारी देशव्यापी विरोध-प्रदर्शनों पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि नेतन्याहू उन न्यायिक सुधार का प्रयास को छोड़ देंगे, जिसके कारण इजराइल में उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। बाइडेन ने इसे नेतन्याहू सरकार के लिए एक सियासी संकट करार दिया था। इस पर पलटवार करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि, 'इज़राइल एक संप्रभु देश है, जो अपने लोगों की इच्छा के मुताबिक अपने फैसले लेता है। उसका कोई भी निर्णय विदेशों के दबावों पर आधारित नहीं है, जिसमें सबसे अच्छे दोस्त भी शामिल हैं।' नेतन्याहू ने कहा कि उनकी सरकार 'व्यापक सहमति के जरिए' सुधार करने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पूरे देश में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शनों और हड़ताल के आगे घुटने टेकते हुए अपने न्यायिक सुधार योजना को लागू करने पर कदम पीछे खींच लिए हैं। सोमवार (27 मार्च) को उन्होंने इसका ऐलान करते हुए कहा कि वह अपने सियासी विरोधियों को इस विवादित सुधार योजना पर समझौता करने के लिए वक़्त देना चाहते हैं।
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