येरुसलम: नोवेल कोरोना वायरस के कहर के बीच इजरायल ने सभी धर्मस्थलों को बंद करने के आदेश दे दिए हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय और स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को ऐलान किया है कि मस्जिदों, सिनागोग्यूस और चर्चो के भीतर नहीं बल्कि बाहर प्रार्थना की इजाजत होगी. वह भी अधिकतम दस लोगों के लिए, जो कम से कम दो-दो मीटर कि दूरी पर खड़े होकर प्रार्थना कर पाएंगे.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, नया आपात कानून बुधवार दोपहर से लागू हो चुका है. इसके अलावा घर से 100 मीटर से अधिक दूर जाने पर बैन लगा दिया गया है. केवल दवा, खाद्य सामग्री खरीदने और स्वास्थ्य देखभाल के लिए बाहर जाने की इजाजत है. शारीरिक रूप से अक्षम लोगों की सहायता के लिए भी बाहर निकलने की अनुमति है. इसके साथ ही एक कार में केवल दो लोग ही यात्रा कर सकते हैं, जबकि सार्वजनिक परिवहन केवल 25 प्रतिशत ही चलेंगे.
आपको बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फ़ैल रहा है. सभी देशों की सरकारें अपने-अपने तरह से इसे रोकने की कोशिश कर रही हैं. इससे बचने के लिए इजराइल जैसे देशों की भी कोई रक्षा सामग्री लाभकारी सिद्ध नहीं हो रही है. कोरोना वायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग होना बहुत आवश्यक है. इसके लिए सभी जगह तरह-तरह के कदम उठाये जा रहे हैं.
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