नई दिल्ली: भारत के मशहूर उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। उनके निधन पर दुनियाभर के कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। इजरायल के राष्ट्रपति बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश भेजकर दुख व्यक्त किया।
उन्होंने कहा, "मेरे मित्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मैं और कई इजरायली नागरिक रतन टाटा के निधन से दुखी हैं। वह भारत के एक महान सपूत थे और भारत-इजरायल संबंधों को मजबूत करने में अग्रणी थे। कृपया मेरी संवेदनाएं उनके परिवार तक पहुंचा दें।" अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ने एक महान और दयालु व्यक्ति खो दिया है। उन्होंने बताया कि जब वे भारत में राजदूत नियुक्त हुए थे, तो सबसे पहले बधाई का संदेश रतन टाटा से ही मिला था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि रतन टाटा का दृष्टिकोण विकास और उन्नति के लिए समर्पित था। उन्होंने भारत और फ्रांस के व्यापारिक संबंधों को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया। उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस ने भारत का एक सच्चा दोस्त खो दिया है, जो अपने मानवीय कार्यों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भी रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। पिचाई ने कहा कि उनकी आखिरी मुलाकात रतन टाटा से वायमो के बारे में चर्चा के दौरान हुई थी। वहीं, बिल गेट्स ने उन्हें एक दृष्टि रखने वाला और उद्योग को बढ़ावा देने वाला महान नेता बताया। उन्होंने कहा कि रतन टाटा की मानवीय सोच और उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना हमेशा की जाएगी।
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