यरूशलम: इजराइल और गाजा के बीच संघर्ष एक बार फिर घातक मोड़ पर पहुंच गया है। इजराइल ने मध्य गाजा पट्टी के नुसीरात शरणार्थी शिविर पर हवाई हमले किए, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, एक अपार्टमेंट को भी निशाना बनाया गया, जहां 8 फिलिस्तीनी मारे गए। इस हमले में बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इजराइल का कहना है कि अपार्टमेंट में हमास के लड़ाके छिपे हुए थे, जिसके चलते यह हमला किया गया। वहीं, फिलिस्तीनी अधिकारियों का दावा है कि मारे गए सभी लोग आम नागरिक थे। उनका कहना है कि इन हमलों में कुल 33 लोगों की जान गई है। इस बीच, अमेरिका के विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार इजराइल के दौरे पर हैं। वे इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को युद्धविराम के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इजराइल लगातार गाजा पर हमले तेज करता जा रहा है। कतर ने भी युद्धविराम के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश की थी, लेकिन उसने यह कहते हुए पीछे हटने का संकेत दिया कि हमास और इजराइल बातचीत में गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
उधर, इजराइली बंधकों को छुड़ाने में नाकाम रहने के कारण प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ देश में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारी तेल अवीव की सड़कों पर उतरे और सरकार से मांग की कि गाजा में बमबारी रोकी जाए और हमास के साथ तुरंत समझौता किया जाए। लोगों को डर है कि हमास के पास बंधक बने उनके परिजन मारे जा सकते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने नेतन्याहू से पद से इस्तीफा देने और देश में आम चुनाव कराने की मांग की है। इस पूरे घटनाक्रम ने इजराइल और गाजा के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है, जिससे संघर्ष का समाधान फिलहाल दूर नजर आ रहा है।