नई दिल्ली: भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (इसरो) ने दो महीने पहले चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर विक्रम को लैंड करने का प्रयास किया, जिसमें उसे बेशक कामयाबी नहीं मिली, किन्तु अब अंतरिक्ष एजेंसी ने एक नया कीर्तिमान रच दिया है। एजेंसी ने पीएसएलवी-सी47 के माध्यम से अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट कार्टोसैट-3 के साथ अमेरिकी की 13 नैनोसैटेलाइट को सफलतापूर्व प्रक्षेपित किया है।
दो दशकों में 33 देशों के 300 से अधिक सैटेलाइट्स को प्रक्षेपित करना इसरो के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। पीएम नरेंद्र मोदी ने इसरो की टीम को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि, 'मैं इसरो टीम को पीएसएलवी-सी 47 द्वारा स्वदेशी कार्टोसैट-3 उपग्रह और संयुक्त राज्य अमेरिका के एक दर्जन से ज्यादा नैनो उपग्रहों के सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के लिए बधाई देता हूं। कार्टोसैट-3 हमारी हाई रिज्योलूशन इमेजिन क्षमता में वृद्धि करेगा। इसरो ने एक बार फिर देश को गौरवान्वित किया है।'
बुधवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रॉकेट प्रक्षेपित होने के 17 मिनट बाद कार्टोसैट-3 को 509 किलोमीटर में अतंरिक्ष की कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया। इसके ठीक 10 मिनट बाद इसरो ने अमेरिका के 13 नैनो उपग्रहों को उनकी संबंधित कक्षाओं में स्थापित किया। यह दुश्मन की प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखेगा।
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