श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने जब 104 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया तो कई देशों को भी आश्चर्य हुआ। भारत अंतरिक्ष विज्ञान में काफी आगे निकल चुका है और भारतीय वैज्ञानिकों ने ऐसा कर एक नया रिकाॅर्ड बना लिया है। प्रक्षेपित उपग्रहों में भारत का पृथ्वी पर्यवेक्षण उपग्रह भी शामिल है। मिली जानकारी के अनुसार इन उपग्रहों को प्रक्षेपित करने और इनके काम करने के बाद भारत को तटीय भू प्रयोग, नियमन, सड़क तंत्र के निरीक्षण, जल वितरण, भू प्रयोग, नक्शे आदि बनाने में और कई तरह के कार्याें में सफलता मिलेगी।
मिली जानकारी के अनुसार इसरो ने जो उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं उनमें कार्टोसैट 2 श्रेणी के उपग्रह और 103 नैनो उपग्रह शामिल हैं ये सफलता के साथ पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित हो गए। इस तरह के जटिल मिशन द्वारा व्यावसायिक प्रक्षेपणों को अंजाम देने की इसरो की क्षमताओं से सिद्ध हुआ है कि इसरो अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में शानदार कार्य कर सकता है।
गौरतलब है कि धु्रवीय प्रक्षेपण यान पीएसएलवी सी 37 द्वारा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पूर्व लाॅन्च पैड से प्रातः 9.28 बजे यान ने प्रक्षेपण उड़ान ली। इस दौरान जब तैयारियां पूरी हो गई तो फिर इसकी उल्टी गिनती में लगने वाले समय को घटा दिया गया था। इसरो ने जो उपग्रह प्रक्षेपित किए उनमें इस्त्राइल, कजाकिस्तान, नीदरलेंड, स्विट्जरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात का उपग्रह शामिल था।
भारत रचेगा इतिहास, करेगा एक साथ 104 सेटे लाइट लांच
अंतरिक्ष में आज इतिहास रचेगा भारत, रिकॉर्ड 104 उपग्रह छोड़ेगा इसरो
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