बीते सप्ताह में भारतीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिला है. इसकी वजह कोरोना संक्रमण है. हालांकि, विशेषज्ञों की मानें तो यह वक्त SIP के जरिए लंबे समय के लिए इक्विटी में निवेश करने का है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि वर्तमान परिस्थितियों में हेल्थकेयर और टेलीकॉम कंपनियों के शेयर बेहतर प्रदर्शन करेंगे. Nippon India Mutual Fund के सीइओ संदीप सिक्का के मुताबिक निवेशकों को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETFs) और इंडेक्स फंड्स में निवेश करना चाहिए क्योंकि इन फंड्स का स्ट्रक्चर ऐसा होता है, जिसमें एक निश्चित लिक्विडिटी होती ही है.
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इस गिरावट को लेकर Yes AMC के सीइओ कंवर विवेक के मुताबिक निवेशकों से बाजार में निवेश जारी रखने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि अगर निवेशकों के पास पैसे पड़े हैं तो वे लंबी अवधि को ध्यान में रखकर निवेश करें. उल्लेखनीय है कि नोवल कोरोनावायरस के फैलने एवं कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी की वजह से बाजार का सेंटिमेंट कमजोर हुआ है और इससे इक्विटी बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इस महीने 30 शेयरों पर आधारित BSE के संवेदी सूचकांक में अब तक 12 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है. सेंसेक्स 34,000 अंक से गिरकर 29,000 अंक के आसपास आ गया है.
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बाजार को लेकर विवेक ने आगे कहा कि बाजार की वर्तमान परिस्थितियां लंबी अवधि के निवेशकों के हिसाब से काफी आकर्षक हैं और इस समय लंबी अवधि के इक्विटी में निवेश का उचित समय है. वही, इसी तरह की राय जाहिर करते हुए Ashika Wealth Advisors के सीइओ और सह-संस्थापक अमित जैन ने कहा कि बाजार का प्रदर्शन जितना खराब होता है, मध्यम-लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न की गुंजाइश उतनी ही बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि नए निवेशकों को 40 फीसद राशि म्युचुअल फंड में निवेश करना चाहिए, जो लगभग सात-आठ फीसद का रिटर्न दे सकता है.. उन्होंने कहा कि शेष 60 फीसद पैसा राशि मल्टी एसेट और मिड कैप स्कीम्स में लगाना चाहिए.
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