नासिक: आयकर विभाग ने नासिक में सुराना ज्वैलर्स और महालक्ष्मी बिल्डर्स पर एक बड़ी छापेमारी की, जिसके बाद मालिक द्वारा कथित तौर पर किए गए अघोषित लेनदेन के बारे में सुराग मिले। मालिक के आवास और व्यावसायिक परिसर दोनों पर की गई इस कार्रवाई में लगभग 26 करोड़ रुपये नकद और 90 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति के संकेत देने वाले दस्तावेज जब्त किए गए। छापेमारी का उद्देश्य संभावित वित्तीय अनियमितताओं की जांच करना था, जिसमें अधिकारियों ने पूरे दिन वित्तीय रिकॉर्ड और लेनदेन के आंकड़ों की सावधानीपूर्वक जांच की।
इसके साथ ही आयकर विभाग की जांच उत्तर प्रदेश के आगरा तक फैल गई, जहां जूता व्यापारी लगातार तीसरे दिन जांच के घेरे में आ गए। सूत्रों ने खुलासा किया कि छापेमारी में पहले ही लगभग 53 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की जा चुकी है। सावधानीपूर्वक की गई तलाशी में बिस्तर और गद्दे जैसी अप्रत्याशित जगहों पर भी पैसे छिपाए गए थे। जब्त की गई बड़ी मात्रा में नकदी को संभालने के लिए, विभाग ने ऑपरेशन के दौरान कई गिनती मशीनों को तैनात किया।
इन समन्वित कार्रवाइयों ने अघोषित आय और वित्तीय अनियमितताओं से निपटने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। छिपी हुई संपत्तियों को उजागर करने और वित्तीय लेनदेन की जांच करने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, आयकर विभाग के प्रयास कर नियमों के अनुपालन को सुनिश्चित करने और विभिन्न क्षेत्रों में वित्तीय अखंडता बनाए रखने के लिए इसके समर्पण का उदाहरण हैं।
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