चेन्नई: INDIA गठबंधन के घटक दलों तृणमूल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) ने घोषणा की है कि वे आगामी लोकसभा चुनावों के लिए क्रमशः बंगाल और पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। इसको लेकर अब तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक (AIADMK) ने कहा कि तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक ने कहा कि सदस्यों की अलग-अलग विचारधाराओं के कारण बहुदलीय गठबंधन कभी भी काम नहीं कर पाएगा। AIADMK महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी ने कहा कि यह देखना होगा कि समय के साथ गठबंधन से "कौन बाहर निकलता है"।
कांग्रेस, टीएमसी, आप और सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले मोर्चे के अलावा, तमिलनाडु से एमके स्टालिन की डीएमके भी 28-पार्टी विपक्षी समूह का हिस्सा है। TMC प्रमुख और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके पंजाब समकक्ष - AAP के भगवंत मान - ने आज घोषणा की है कि उनकी पार्टियां संसदीय चुनावों के लिए अपने-अपने राज्यों में कांग्रेस से हाथ नहीं मिलाएंगी। उन्होंने कहा कि, "विभिन्न विचारधाराओं और राय वाली पार्टियों ने इंडिया ब्लॉक का गठन किया। प्रत्येक पार्टी की एक अलग नीति और राय है। उसके साथ मिलकर काम करना मुश्किल है।"
तमिलनाडु के विपक्ष के नेता पलानिस्वामी ने कहा कि, "यह अपेक्षित और सर्वविदित था कि यह फलीभूत नहीं होगा। लेकिन उन्होंने फिर भी गठबंधन बनाने की कोशिश की... (चुनाव के लिए) अभी भी समय है। आइए इंतजार करें और देखें कि कौन बाहर जाता है।" यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर के अभिषेक की गूंज चुनावों में सुनाई देगी, उन्होंने कहा, ''हम सलेम और उनके निर्वाचन क्षेत्र - एडप्पाडी में कई मंदिरों का निर्माण कर रहे हैं।'' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "अगर लोग मंदिर निर्माण के लिए किसी का समर्थन करना शुरू कर देंगे, तो हर कोई मंदिर का निर्माण करेगा।" उन्होंने कहा, संबंधित धर्मों के लोग अपने पूजा स्थल बनाते हैं।
उन्होंने कहा कि अकेले मंदिर बनाने से वोट नहीं मिलेंगे और अगर ऐसा है, तो "AIADMK हमेशा एडप्पाडी में निर्विरोध जीतेगी"। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में बहुत सारे मंदिरों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा, अन्नाद्रमुक के शासनकाल के दौरान मंदिरों, चर्चों और मस्जिदों के लिए बहुत कुछ किया गया है क्योंकि पार्टी सभी धर्मों को समान मानती है। बता दें कि, पिछले साल सितंबर में अन्नाद्रमुक ने भाजपा से नाता तोड़ लिया था।
'वो बड़ी नेता, देश की राजनीति में उनका विशेष स्थान ..', ममता बनर्जी के तेवर देख नरम पड़ी कांग्रेस