मुंबई: बांद्रा पूर्व से कांग्रेस विधायक जीशान सिद्दीकी के पिता बाबा सिद्दीकी की हाल ही में हत्या हो गई थी। बाबा सिद्दीकी पहले कांग्रेस पार्टी में थे, लेकिन उन्होंने अजित पवार के खेमे का समर्थन किया था। उनके बेटे जीशान सिद्दीकी फिलहाल कांग्रेस पार्टी से विधायक हैं, पर अभी यह तय नहीं है कि वे आगामी चुनाव किस पार्टी से लड़ेंगे। हाल ही में अजित पवार की एनसीपी ने अपनी 38 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसमें जीशान सिद्दीकी का नाम शामिल नहीं था। कहा जा रहा है कि दूसरी सूची में उनका नाम हो सकता है।
हालांकि, महाविकास अघाड़ी ने जीशान सिद्दीकी की बांद्रा पूर्व सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है। इस सीट पर उद्धव ठाकरे की सेना ने वरुण सरदेसाई को टिकट दिया है, जो ठाकरे परिवार के करीबी माने जाते हैं। इस पर जीशान सिद्दीकी नाराज हो गए और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लिखा, "सुना है पुराने दोस्तों ने बांद्रा पूर्व में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। साथ निभाना तो कभी इनकी फितरत में था ही नहीं।" उन्होंने आगे लिखा, "रिश्ता उसी से रखो जो इज़्ज़त और सम्मान दे, मतलब की भीड़ बढ़ाने का कोई फ़ायदा नहीं। अब फैसला जनता लेगी।"
जीशान सिद्दीकी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ही दोष दे रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि जब उन्होंने खुद कांग्रेस से अलग होकर अजित पवार का समर्थन किया, तब उन्होंने धोखा दिया था। अब वे कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी पर आरोप लगा रहे हैं। मोनिका सिंह नाम की एक यूजर ने जीशान पर टिप्पणी करते हुए लिखा, "जब पार्टी को आपकी जरूरत थी, तब आपने उसका साथ छोड़ दिया था। अब आपको धोखा नजर आ रहा है।"
महाविकास अघाड़ी के तहत बांद्रा पूर्व की सीट उद्धव सेना को दी गई थी, और अब जीशान सिद्दीकी की राजनीतिक स्थिति पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि अजित पवार के खेमे ने अभी तक उनके नाम का ऐलान नहीं किया है और महाविकास अघाड़ी ने पहले ही इस सीट पर उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अब देखना होगा कि जीशान सिद्दीकी अपनी अगली राजनीतिक चाल क्या चलते हैं।
कश्मीर: आतंकियों ने एक और प्रवासी मजदूर को मारी गोली, क्या राजनेताओं का भाषण वजह?
यूपी उपचुनाव में अखिलेश बने बिग ब्रदर, सभी 9 सीटों पर चलेगी सपा की 'साईकिल'
मात्र 8 लाख की गाड़ी, 15 लाख की उधारी..! प्रियंका गांधी का चुनावी हलफनामा