वास्तु शास्त्र के अनुसार, कनेर के पौधे का विशेष महत्व है, खासकर मां लक्ष्मी के संबंध में। मां लक्ष्मी समृद्धि, धन, और सौभाग्य की देवी मानी जाती हैं। इसलिए, कनेर के पौधे को घर में लगाने से मां लक्ष्मी का वास स्थिर हो जाता है, जिससे घर में आर्थिक समृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है।
कनेर के पौधे के लाभ:
आर्थिक लाभ: कनेर के पौधे को घर में लगाने से पैसों से जुड़ी समस्याएं और बाधाएं दूर होती हैं। इससे धन लाभ के योग बनते हैं और रुके हुए काम तेजी से पूरे होते हैं।
सुख और समृद्धि: कनेर के पौधे को घर में रखने से घर में सुख, समृद्धि और संपन्नता का आगमन होता है। यह सकारात्मकता का संचार करता है, जिससे परिवार के सदस्य मानसिक शांति और खुशहाली का अनुभव करते हैं।
वास्तु दोष सुधार: घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने से घर के वास्तु दोष भी धीरे-धीरे ठीक होने लगते हैं। यह घर के वातावरण को सुखद और संतुलित बनाता है।
कनेर के पौधे की दिशा:
सही दिशा: वास्तु शास्त्र के अनुसार, कनेर के पौधे को घर के पश्चिम या नैऋत्य कोण में लगाना सबसे उपयुक्त होता है। यदि ये दिशाएं उपलब्ध नहीं हैं, तो आप इसे पूर्व दिशा में भी लगा सकते हैं।
रंग का चयन: कनेर के पौधों में रंग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सफेद और पीले रंग के कनेर को घर में लगाना शुभ माना जाता है, क्योंकि ये रंग सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और सुख-समृद्धि लाते हैं।
लाल रंग से परहेज: लाल रंग के कनेर के पौधे को घर में लगाने से बचना चाहिए। लाल रंग का कनेर अशुभ माना जाता है और यह नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है।
लगाने के तरीके:
पॉट का चयन: कनेर के पौधे को अच्छे drainage वाले पॉट में लगाना चाहिए ताकि पानी की अधिकता से जड़ें सड़ें नहीं।
मिट्टी और खाद: पौधे के लिए अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी और खाद का उपयोग करें, ताकि पौधे को पर्याप्त पोषक तत्व मिल सकें।
सूरज की रोशनी: कनेर के पौधे को अच्छी धूप की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर रखें जहां पर्याप्त सूर्य की रोशनी मिल सके।
पानी देना: पौधे को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन ध्यान रखें कि मिट्टी में अधिक नमी न रहे, क्योंकि यह जड़ों को सड़ने का कारण बन सकता है।
इस प्रकार, कनेर के पौधे को घर में सही दिशा और रंग में लगाकर, आप न केवल वास्तु दोषों को सुधार सकते हैं बल्कि अपने घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य को भी आकर्षित कर सकते हैं।
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