बैंगलोर: कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर से सामने आए लव जिहाद के एक नए मामले में, सुरभि (बदला हुआ नाम) नाम की एक हिंदू लड़की पर बेरहमी से हमला किया गया, उसके साथ बलात्कार किया गया और इस्लाम में जबरन धर्मांतरण से पहले उसे प्रताड़ित भी किया गया। लड़की ने 28 जनवरी को बेंगलुरु में एक पुलिस शिकायत दर्ज की, जिसमें पुष्टि की गई कि आरोपी ताहा अहमद ने अपनी मूल पहचान छिपाई और उसे प्रेम संबंध में फंसाने के लिए खुद को हिंदू बताया था।
लड़की ने यह भी कहा कि आरोपी ने कुरान की कई आयतों का हवाला देते हुए अपने हिंसा के कृत्य को उचित ठहराया, जिसमें लिखा था कि, 'अगर किसी मुसलमान को सही रास्ते पर लाने और धर्म परिवर्तन करने के लिए काफिर और बुतपरस्त (मूर्तिपूजक) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी है, तो यह दुर्व्यवहार या हमला बुरा नहीं माना जाएगा।' इस मामले को आयोजक द्वारा विशेष रूप से कवर किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सुरभि ओडिशा की रहने वाली है और आरोपी ताहा बिहार का निवासी है। दोनों की मुलाकात हैदराबाद में इंटर्नशिप के दौरान हुई थी। आरोपी ने पीड़िता को अपना परिचय ताहा के रूप में दिया, लेकिन अपना सरनेम छिपा लिया और खुद को हिन्दू बताया। अपने पूरे नाम के बारे में पूछे जाने पर, आरोपी ने चालाकी से कहा कि उसके परिवार में उपनाम न लगाने की परंपरा है।
इसके बाद आरोपी ने लड़की को भरोसा दिलाने लगा कि वह हिंदू है। वह दोनों साथ में मंदिरों में जाते थे, भगवत गीता पढ़ते थे, और विशेष रूप से भगवान कृष्ण की पूजा करते थे। फिर उसने पीड़िता को प्रपोज किया और तुरंत उसे अपनी मां से मिलवाया। सुरभि के मुताबिक, आरोपी की मां भी उसे पसंद करती थी और उसे 'बेटा' कहकर बुलाती थी। आरोपियों ने एक साजिश के तहत रामायण और महाभारत के प्रति भी सम्मान दिखाया। आरोपी ने उसके स्वास्थ्य का ख्याल रखकर, इंटर्नशिप के दौरान उसके लिए दोपहर का भोजन पैक करके और हर सोमवार को उसके साथ मंदिर जाकर प्यार दिखाया। यह सिलसिला छह वर्षों तक जारी रहा जब तक सुरभि को पता ही नहीं चला कि जिस आदमी से वह प्यार करने लगी थी वह वास्तव में एक मुस्लिम था। इसमें आरोपी ताहा का पूरा परिवार भी साजिश में साथ दे रहा था।
इसी बीच एक दिन जब वे कहीं जा रहे थे, तो सुरभि के हाथ आरोपी का 'ड्राइविंग लाइसेंस' लगा, जो गलती से उसकी जेब से गिर गया था।आरोपी की वास्तविक पहचान पता चलने के बाद उसने ताहा का विरोध किया। इसके बाद आरोपी ने सच कबूल कर लिया और कहा कि उसने अपनी पहचान इस डर से छिपाई थी कि वह उसे छोड़ देगी। फिर उसने पीड़िता को भरोसा दिलाया कि वह सनातन धर्म का पालन करता है और भगवद गीता भी पढ़ता है। उसने यह भी कहा कि अगर उनका धर्म उनके लिए इतना मायने रखता है तो वह हिंदू धर्म अपनाने के लिए तैयार हैं।
हालांकि सच्चाई जानने के बाद सुरभि ने उससे रिश्ता रखने से इनकार कर दिया। वह आरोपी से दूरी बनाने लगी। फिर आरोपी ने उसे यह कहते हुए मना लिया, “मेरा परिवार एक आधुनिक परिवार है, हम एक हिंदू बहुल कॉलोनी में रहते हैं और मेरे परदादा को दबाव में इस्लाम धर्म अपनाना पड़ा, मेरा परिवार हिंदू धर्म में विश्वास करता है। मैं मुस्लिम नहीं हूं और कभी भी आप पर किसी चीज के लिए दबाव नहीं डालूंगा। मैं तुम्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार कर चुका हूं। क्या तुमने कभी मेरी माँ और बहन को बुर्का पहने देखा है? हम आधुनिक हैं। मैं तुम्हें कभी भी धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर नहीं करूंगा।
लड़की 6 सालों से उससे प्यार करती थी, अपने परिवार को ताहा के बारे में बता चुकी थी। इसके बाद लड़की के परिवार ने एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ उसके प्रेम संबंध को देखते हुए उससे सभी संबंध तोड़ दिए, जिसने धोखे से अपनी पहचान छिपाई थी। इसके बाद आरोपी और पीड़ित लड़की बेंगलुरु चले गए और साथ रहने लगे। उन्होंने एक नया घर खरीदा और शहर में बसने का फैसला किया। आरोपी का आतंक यहीं से शुरू हुआ, जब उसके घरवालों ने पीड़िता के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और कुरान का हवाला देकर इसे जायज भी ठहराया।
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने इस्लाम का पालन करना और हिंदू धर्म की बुराई करना शुरू कर दिया। उसने अचानक हिंदू देवताओं के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और कहा कि वे पूजा के लायक नहीं हैं। उसने सुरभि को इस्लाम का पालन करने और इस्लाम को समझने के लिए जाकिर नाइक के वीडियो देखने के लिए मजबूर किया। पूछताछ करने पर वह पीड़िता का यौन और शारीरिक शोषण करता था।
बाद में उसने कहा कि उनके परिवार ने एक मुस्लिम लड़की से उसका निकाह तय कर दिया है और अगर सुरभि इस्लाम अपनाने से इनकार करती रही तो वह उससे निकाह कर लेगा। उसने लड़की को ब्लैकमेल किया और कहा कि पीड़िता के अपने परिवार के साथ सभी संबंध खत्म हो चुके हैं, अब उसके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं है। फिर उसने सुरभि के साथ मारपीट की, उसके पेट में लात मारी और उसका यौन शोषण किया।
आरोपी ताहा ने अपने हिंसा के कृत्य को जायज ठहराते हुए कहा, “कुरान में, यह लिखा है कि अगर किसी मुसलमान को सही रास्ते पर लाने और धर्म परिवर्तन करने के लिए काफ़िर और बुतपरस्त (मूर्तिपूजक) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी है तो यह दुर्व्यवहार या हमला, बुरा नहीं माना जाएगा।” आरोपी ने उससे कहा कि, “जीवन में मेरा होना अल्लाह द्वारा आपको दिया गया सबसे बड़ा तोहफा है, इसे समझें और सही रास्ते पर चलें। मैं कृष्ण या किसी भी देवता की पूजा क्यों करूंगा, वे सभी मनुष्य थे। हिंदू मूर्ख हैं, क्योंकि वे सूर्य, चंद्रमा, पेड़, पानी और किसी भी चीज़ की पूजा करते हैं। जब कोई काफिर गलत रास्ता अपनाता है तो अल्लाह हम मुसलमानों को उसे सही रास्ता दिखाने के लिए निर्देशित करता है। भले ही इसमें बल और हिंसा शामिल हो।' इन सब चीज़ों में आरोपी का परिवार भी पूरी तरह शामिल था।
आरोपी कई दिनों तक सुरभि के साथ मारपीट करता रहा और उसे इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया। उसने कहा कि उसके पिता उसे नमाज पढ़ना सिखाएंगे और वह जाकिर नाइक के वीडियो देखकर इस्लाम को आसानी से समझ सकती है। मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर पीड़िता इस्लाम अपनाने को तैयार हो गई। हालाँकि, किसी तरह वो आरोपी के चंगुल से छूटकर पुलिस तक पहुँचने और आरोपी के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज करने में कामयाब रही। शिकायत बेंगलुरु में दर्ज की गई है, लेकिन पुलिस ने बिहार पुलिस से मामले को देखने के लिए कहा है। मामले में आगे की जांच जारी है। फ़िलहाल, आरोपी कि गिरफ़्तारी की कोई जानकारी नहीं है।
समधी ने समधन के साथ की छेड़छाड़, फिर कुल्हाड़ी से काट डाले पैर
SDM निशा नापित शर्मा के ब्लाइंड मर्डर केस में हुआ बड़ा खुलासा, पति ही निकला हत्यारा
10वीं कक्षा की लड़की का बलात्कार करता था अनवर, तंग आकर लड़की ने कर ली खुदखुशी