मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के संस्थापक शरद पवार का साथ छोड़ने के लिए महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार को अपने ही छोटे भाई श्रीनिवास से कड़ी आचोलना का सामना करना पड़ा है। बारामती के समीप कटेवाड़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए श्रीनिवास ने अपने भाई अजित के लिए "नालायक मानूस (अयोग्य व्यक्ति)" जैसे शब्दों का उपयोग किया था। शरद पवार एवं उनके बड़े भाई अनंतराव के बेटे, भाई-बहन हाल तक नजदीकी माने जाते थे।
किन्तु बीते वर्ष जुलाई में अजित पवार 8 विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे सरकार में सम्मिलित हो गए, जिसके परिणामस्वरूप राकांपा में विभाजन हो गया। उनके नेतृत्व वाले गुट को पार्टी का नाम एवं ‘घड़ी’ चुनाव चिन्ह मिला, जबकि शरद पवार के संगठन को अब राकांपा (शरदचंद्र पवार) कहा जाता है। नवंबर 2019 में, जब अजित पवार ने अपने चाचा को चुनौती देते हुए बीजेपी के साथ मिलकर प्रातः शपथ ली थी तब उन्होंने श्रीनिवास के मुंबई स्थित घर में डेरा डाला था। इस बार, मामला अलग है। श्रीनिवास ने बारामती सीट पर अपना पूरा जोर शरद पवार के पीछे लगा दिया है। वे खुलकर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले के लिए प्रचार कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, उनके बेटे भी मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले के लिए प्रचार कर रहे हैं। वही अब अजित पवार को लताड़ लगाते हुए श्रीनिवास का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में, 60 वर्षीय श्रीनिवास पवार ने बारामती के काटेवाड़ी गांव के निवासियों से चर्चा करते हुए कहा कि राकांपा संस्थापक शरद पवार हर सुख-दुख में अजित पवार के साथ खड़े रहे।
श्रीनिवास पवार ने दावा किया कि शरद पवार ने अजित पवार के निर्णयों का समर्थन किया था, उन्हें चार बार डिप्टी सीएम एवं 25 वर्षों तक मंत्री बनाया था तथा ऐसे परोपकारी वृद्ध के बारे में बुरा बोलना किसी के लिए भी “अनुचित” है। श्रीनिवास पवार को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “जब हमने (श्रीनिवास और अजीत पवार) विभाजन के पश्चात् चर्चा की, तो मैंने उनसे कहा कि आप बारामती विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना जारी रखें एवं यहां से लोकसभा चुनाव (शरद) पवार साहब के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।” उन्होंने कहा कि वह (श्रीनिवास पवार) राकांपा संस्थापक को केवल इसलिए छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि वह 83 वर्ष के हैं। श्रीनिवास पवार ने कहा कि उनके कुछ दोस्तों ने उन्हें अजित पवार के साथ जाने की सलाह दी, “क्योंकि भविष्य उन्हीं के साथ है”। डिप्टी सीएम के छोटे भाई ने वीडियो में कहा, “यह सोच मेरे लिए बहुत कष्टकारी है कि हम किसी वृद्ध व्यक्ति के प्रति बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं हैं। जिसके मन में ऐसा (बुजुर्गों को छोड़ने का) विचार है वह अयोग्य व्यक्ति है।” संयोग से, अजित पवार अक्सर शरद पवार की आयु के बारे में चर्चा करते रहे हैं तथा उन्होंने वृद्ध नेता को “रिटायर” होने और अगली पीढ़ी को राकांपा का नेतृत्व सौंपने के लिए कहा है।
श्रीनिवास पवार ने कहा कि राकांपा संस्थापक ने अजित पवार को 4 बार डिप्टी सीएम बनाया किन्तु वह पूछते रहे कि इस वृद्ध नेता ने उनके लिए क्या किया है। उन्होंने कहा, “मुझे ऐसे चाचा पाकर बहुत खुशी होती।” उन्होंने कहा कि पार्टी और परिवार में दरार “पवार साहब का नाम खत्म करने की बीजेपी एवं RSS की चाल” लगती है। उन्होंने कहा, “किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि कोई व्यक्ति बूढ़ा होने के कारण कमजोर है।” श्रीनिवास पवार ने डिप्टी सीएम पर निशाना साधते हुए कहा, “ऐसे व्यक्ति (शरद पवार) को संन्यास लेने एवं घर पर रहने के लिए बोलने का साहस कोई कैसे जुटा सकता है? मुझे ऐसा बोलने वाले पसंद नहीं है।” जुलाई के बाद से पार्टी और उसके “पहले परिवार” को प्रभावित करने वाली घटनाओं के बारे में उन्होंने कहा, “जैसे हर दवा की एक एक्सपायरी डेट होती है, वैसे ही प्रत्येक रिश्ते की भी एक एक्सपायरी डेट होती है। इसे एक्सपायरी मानें और जीवन में आगे बढ़ें।”
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