नई दिल्ली : उरी हमले के मामले में गाइडों से की गई पूछताछ में एक बार फिर पाकिस्तान के झूठ की कलई खुल गई है. पकडे गए गाइडों से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान के जिन शिविरों में आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी, उनका निरीक्षण पाकिस्तानी सेना और आईएसआई के बड़े अधिकारी करते थे.
सूत्रों की मानें तो गाइड फैजल हुसैन अवान और एहसान खुर्शीद ने एनआईए की पूछताछ के दौरान उरी आतंकी हमले में शामिल 4 हमलावरों में से एक आतंकी हाफिज अहमद को पहचान लिया है. गाइडों से की गई इस पूछताछ में सबसे अधिक चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि पाकिस्तान में चल रहे आतंकी शिविरों में आधुनिक उपकरणों जैसे जापानी आईसीओएम रेडियो सेट, जीपीएस उपकरणों की ट्रेनिंग पाक आर्मी के आईटी विशेषज्ञों द्वारा दी जाती थी.
सूत्रों ने यह भी बताया कि जैश के पकडे गए दोनों गाइड का लाइ डिटेक्टर टेस्ट भी संभावित है, इसलिए इन्हें बुधवार शाम तक दिल्ली लाया जायेगा.