मुंबई: शरद पवार के नेतृत्व वाली नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) में दो फाड़ करके भाजपा की अगुवाई वाली NDA में शामिल होने वाले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि शरद पवार खुद ही NCP के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देना चाहते थे और उन्हें सत्ता के साथ जाने के लिए कहा था। अजित पवार ने कहा कि सुप्रिया सुले को सब मालूम था।
रिपोर्ट के अनुसार, अजित ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को रायगढ़ में आयोजित NCP के अधिवेशन में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि शरद पवार ने खुद निरंतर अपनी भूमिका बदली। अजित पवार ने बताया कि शरद पवार ने मई में NCP प्रमुख पद से इस्तीफे का ऐलान किया था। उस वक़्त कुछ नेताओं को उनके फैसले को निरस्त करने की माँग करते हुए विरोध प्रदर्शन करने को कहा गया था। अजित पवार ने यह भी बताया कि प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल, सुनील तटकरे, जयंत पाटिल, अनिल देशमुख जैसे 10-12 लोग देवगिरी में बैठे हुए थे।
शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने आगे कहा कि, 'हम सोच रहे थे कि आगे क्या करें, फिर हमने सुप्रिया को बुलाया। क्योंकि, हमें लग रहा था कि यदि सीधा शरद पवार को बताया तो वह क्या सोचेंगे। इसलिए पहले सुप्रिया को सब कुछ बताया गया।' अजित पवार ने कहा कि, उस समय सुप्रिया ने 8-10 दिन का वक्त माँगा था और कहा था कि ये उन (सुप्रिया) पर छोड़ दीजिए कि क्या और कैसे करना है। सुप्रिया ने कहा था कि वह शरद पवार को मना लेंगी। इसके बाद अजित सहित अन्य नेताओं ने 8 दिन प्रतीक्षा की। फिर साथ बैठकर फैसला लिया कि हमें ही साहब (शरद पवार) से बात करनी चाहिए।'
अजित ने आगे कहा कि इसके बाद वे सीधा शरद पवार से मिलने गए और अपना फैसला सुना दिया। ये पता चलने के बाद शरद पवार ने कहा था कि ‘ठीक है, देखते हैं क्या करना है।’ अजित पवार ने बताया कि इसके बाद 1 मई को ध्वज सलामी कार्यक्रम के दौरान शरद पवार ने उन्हें कॉल किया और सरकार में शामिल होने को कहा। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के अनुसार, इस दौरान शरद पवार ने अजित को ये भी बताया कि वे NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
अजित ने कहा कि शरद पवार इस्तीफा देंगे यह बात किसी को नहीं मालूम थी। ये बात केवल घर के चार लोग ही जानते थे। उनके इस्तीफा देने के बाद 15 सदस्यों की एक कमेटी गठित की गई और कमेटी ने अध्यक्ष चुनने के लिए कहा था। इसके बाद 2 मई को शरद पवार ने जब त्यागपत्र दे दिया, तो हर कोई दंग रह गया। अजित पवार ने आगे बताया कि, 'बाद में परांजपे मेरे पास आए और मैंने उनसे पूछा कि आप यह ड्रामा क्यों कर रहे हैं। मेरा मानना था कि इसकी आवश्यकता नहीं थी। मैंने उनसे (शरद पवार) इस्तीफा नहीं मांगा था।'
अजित पवार ने NCP के तत्कालीन अध्यक्ष को लेकर बताया कि त्यागपत्र देने के बाद शरद पवार घर लौट गए। इस्तीफा देने के बाद वह आनंद परांजपे और जीतेंद्र आव्हाड को बुलाया और उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए यशवंतराव सेंटर के सामने प्रदर्शन करने के लिए कहा। इसके बाद उनके इस्तीफे को लेकर पार्टी में जमकर हंगामा हुआ था।
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