भारत की अग्रणी FMCG कंपनी ITC ने कोरोना महामारी के इस मुश्किल समय में बच्चों एवं बुजुर्गों तक खाने-पीने का सामान पहुंचाने के लिए नई पहल की है. इन असाधारण परिस्थितियों में कंपनी 'आशीर्वाद बॉक्स ऑफ होप' और 'सनफिस्ट बॉक्स ऑफ हैपिनेस' के जरिए देशभर में फूड सप्लाई सुनिश्चित कर रही है. कंपनी COVID-19 के लिए बनाए गए 150 करोड़ रुपये के इमरजेंसी फंड के तहत यह पहल कर रही है. उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन लागू है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को इस बात की घोषणा की थी. यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलेगा.
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इस कदम को लेकर कंपनी की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि ITC तीन गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) के जरिए लोगों तक खाने-पीने का सामान पहुंचा रही है. विज्ञप्ति के मुताबिक इस योजना को एक अप्रैल से चलाया जा रहा है और फूड सप्लाई के दौरान साफ-सफाई जुड़े सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है. 'आशीर्वाद बॉक्स ऑफ होप' का वितरण बुजुर्गों जबकि 'सनफिस्ट बॉक्स ऑफ हैपिनेस' का वितरण बच्चों को किया जा रहा है.
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अपने बयान में ITC के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंज्यूमर बहुत धैर्य के साथ इस महामारी से लड़ रहे हैं. हालांकि, बच्चे और बुजुर्ग समुदाय सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं और उन्हें इन मुश्किल परिस्थितियों में अतिरिक्त सहायता की जरूरत है. ITC समाज में सार्थक योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और Cry, SOS और एक अन्य एनजीओ की मदद से कंपनी अपनी ओर से प्रयास करने में लगी है.
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