देहरादून: स्मार्ट सिटी के गतिमान कामों को लेकर मेयर एवं राजपुर रोड MLA ने अधिकारीयों संग बैठक की। MLA खजानदास ने तमाम त्रुटियां गिनाते हुए एक-एक काम के पूरे होने का वक़्त पूछना आरम्भ कर दिया। जैसे ही उनको पहला जवाब प्राप्त हुआ कि बस एक सप्ताह में काम हो जाएगा तो MLA बिफर पड़े। उन्होंने कहा, दो वर्ष हो गए, 7 दिन सुनते-सुनते। लेकिन, ये 7 दिन कब आएंगे, कोई बताएगा? या फिर स्मार्ट सिटी के गड्ढे ही खोदते रहोगे तथा कोई इन गड्ढों में गिरा तो कौन जवाबदेह होगा?
बुधवार को कलक्ट्रेट में स्मार्ट सिटी को लेकर बुलाई गई मीटिंग में MLA खजानदास शहर के मौजूदा हाल को देखकर नाराज थे। उन्होंने बैठक आरम्भ होते ही स्मार्ट सिटी से जुड़े अधिकारीयों से कहा, कुछ तो स्मार्ट बनाकर दिखाओ, जिससे जनता को यह पता चले कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होना क्या है? कई जगह खुदाई से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह काम अधूरा पड़ा है। टाइमलाइन तय होने के बाद भी कोई भी काम वक़्त पर पूरा नहीं हो रहा है। हम आज भी पूछ रहे हैं तो जवाब मिल रहा है कि 7 दिन में काम पूरा हो जाएगा। 2 वर्ष पहले पूछा तो भी 7 दिन कहा गया था। राजपुर रोड पर 2 वर्ष लगा दिए हैं, काम पूरा ही नहीं हो रहा है। MLA बोले, जब भी बैठक में पूछा तो बस आगे के दिन गिनाकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ देते हैं।
MLA खजानदास ने स्मार्ट सिटी परियोजना में काम कर रही कंपनी के पदाधिकारी से कहा कि आपने 65 करोड़ के काम तो ले लिए हैं, मगर काम पूरा करवाने के लिए 4 श्रमिक लगा रखे हैं। यदि बड़े काम लेते हो तो फिर इसे करवाने के लिए कम से कम डेढ़ सौ श्रमिक तो लगाने ही चाहिए। मेयर सुनील उनियाल गामा ने भी अधिकारीयों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि बरसात में अधूरे काम के कारण जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ा या गड्ढों के कारण कोई दुर्घटना हुई तो इसकी जवाबदेही अफसरों एवं कार्यदायी संस्थाओं की होगी। मेयर एवं MLA ने बारी-बारी से हर प्रोजेक्ट की समीक्षा की। उन्होंने चकराता रोड, हरिद्वार रोड, ईसी रोड पर काम की धीमी गति को लेकर नाराजगी जताई। कलेक्टर सोनिका ने शेष काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अफसर उपस्थित रहे।
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