पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई गैंग से मिली धमकी का मामला निरंतर खबरों में है। इस बीच पप्पू यादव ने पूर्णिया पुलिस की तहकीकात पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें धमकी देने वाले व्यक्ति की स्क्रिप्ट पटना में लिखी गई थी। पप्पू यादव ने कहा, "ट्वीट के बाद हमें जो भी धमकियां मिलीं, वे गुजरात के इर्द-गिर्द या वहां की जेलों से आईं। मलेशिया से कॉल आई, जो कि छोटा राजन गैंग से थी। नेपाल और पाकिस्तान से भी धमकियां मिलीं तथा एक वीडियो कॉल के जरिए हमें धमकी दी गई।"
लॉरेंस गिरोह से प्राप्त हो रही धमकियों पर पप्पू यादव ने कहा, "इन अपराधियों को हम अपनी धूल भी नहीं मानते। पप्पू यादव की फितरत में माफ करना बड़े उद्देश्यों के लिए है, मगर माफिया एवं अपराधियों से कभी माफी नहीं मांगेंगे। माफिया और अपराधियों के खिलाफ लड़ना हमें आनंद देता है।" पुलिस की तहकीकात पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने कहा, "हमने पुलिस को सभी डिटेल्स दीं, जैसे 200-250 व्हाट्सएप संदेश, 27 फोन कॉल्स, और 150 एसएमएस की जानकारी। मगर अब तक 25 फोन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। महेश पांडे को पकड़ा गया, जो पहले भाजपा के एक राज्यसभा सांसद के पीए थे, बाद में वे दूसरी पार्टी में शामिल हो गए।"
पप्पू यादव ने आगे कहा, "जब हेमंत शाही की हत्या की गई थी, तो पहले कहा गया कि यह मजाक था, और दो घंटे बाद उनकी मौत हो गई। पप्पू यादव ने आज तक किसी से भीख नहीं मांगी तथा न ही डर नामक कोई चीज है। हम झारखंड में हेमंत जी और कल्पना जी के साथ जंगल-जंगल घूमे हैं, हम मुंबई में बाबा सिद्दीकी के घर गए, और दिल्ली में संसद में लगातार आवाज उठाते हैं। हम बिहार में भी आवाज उठाते हैं। मगर सरकार के लोग हमें गालियां दे रहे हैं, क्या यह सही है?" पुलिस की जांच और धमकियों के बारे में पप्पू यादव ने कहा, "सच बोलने की ताकत इस देश में सिर्फ पप्पू यादव में है। हम चाहते हैं कि कॉल डिटेल्स की CBI जांच हो। हमने ना कभी प्रेस से और न ही सरकार से किसी प्रकार की मदद मांगी है। नीतीश कुमार को सीएम बनाने में हमारी भूमिका थी, हम पाटलीपुत्र में लालू यादव और शहाबुद्दीन से लड़ते हुए बचे। हम विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के चलते लालू यादव के सामने थे, जबकि नीतीश जी के MLA हमारे साथ थे।"
आगे उन्होंने कहा, "आज तक हमने नीतीश कुमार के दरवाजे पर नहीं गए तथा न ही उनसे कोई मदद ली है। हम उनसे न्याय की उम्मीद भी नहीं करते। यहां कुछ लोग हैं जो पप्पू यादव के दुश्मन हैं। अगर आरा से कोई आदमी पकड़ा गया है, तो उसकी कॉल डिटेल्स तो होनी चाहिए, पर आप दोनों का कॉल डिटेल्स जनता को क्यों नहीं दिखा रहे हैं? आप CCTV से देख सकते हैं, आप पप्पू यादव की जान से खेल रहे हैं।" पप्पू यादव ने यह भी कहा, "मैंने स्पीकर को प्रिविलेज मोशन लाने की बात की है। पटना में पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई है।" नीतीश कुमार द्वारा स्क्रिप्ट लिखने के सवाल पर पप्पू यादव ने कहा, "पटना में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। नीतीश कुमार अब सीएम नहीं हैं, न ही शरीर से और न ही मानसिकता से। कुछ दलाल हैं, जिनको पप्पू यादव पसंद नहीं है तथा वे लोग पप्पू यादव को मरते हुए देखना चाहते हैं। मैं किसी को नहीं छोड़ूंगा, सर्वोच्च न्यायालय तक जाऊंगा। मैं देश, कानून और इंसानियत के लिए संघर्ष करता रहूंगा। मुझे किसी से डर नहीं लगता, न यहां, न दिल्ली में।"
पप्पू यादव ने अपने लॉरेंस बिश्नोई पर किए गए ट्वीट को पूरी तरह से सही ठहराया और कहा, "जो ट्वीट किया वह बिल्कुल सही था। गलत लोगों को संरक्षण नहीं मिलना चाहिए। अगर भविष्य में कोई सत्य सामने आता है, तो उसे भी ट्वीट करूंगा। मैंने उस आदमी (लॉरेंस) का नाम पहली बार सुना है। बाकी धरती पर कोई भी व्यक्ति मुझसे डरने का ख्वाब नहीं देख सकता। हमें डर लगता तो हम संसद में अपनी सुरक्षा का मुद्दा नहीं उठाते। हमें कोई सुरक्षा नहीं चाहिए, क्योंकि हम जनता के दम पर पूरी दुनिया में जीते हैं। हमारी जिंदगी जनता के लिए समर्पित है।"