चंडीगढ़. हरियाणा सरकार और जाट आंदोलनकारियों के बीच पानीपत में आज दूसरे दौर की बातचीत शुरू हो गई है. इस वार्ता में हरियाणा सरकार की तरफ से अफसरों की पांच सदस्यीय कमेटी मुख्य सचिव डीएस ढेसी की अगुवाई में हिस्सा लेगी, दूसरी और से अखिल भारतीय जाट आरक्षण समिति के प्रधान यशपाल मालिक और अन्य जाट हिस्सा बनेगे. यह उम्मीद भी जताई जा रही है की आज बातचीत कर जाट समस्या का समाधान भी हो सकता है.
यशपाल मलिक पहले उग्राखेड़ी गांव में चल रहे जाट अांदोलनकारियों के धरने में पहुंचे और आंदोलनकारियों को संबोधित कर कहा की वह सरकार से खुले मन से बातचीत करने आए हैं, किन्तु की गई मांगों पर कोई समझौता नहीं करेगे. उन्होंने यह भी कहा की बीते वर्ष जाट अारक्षण आंदोलन के दौरान जाट युवाओं ने हिंसा नहीं की. यदि ऐसा वाकई होता ताे हाइवे के किनारे 20 हजार से अधिक ट्रक खड़ में से एक को तो नुकसान पंहुचता. उन्होंने हिंसा के लिए भाजपा और सांसद राजकुमार सैनी को जिम्मेदार ठहराया.
सरकार की तरफ से मुख्य सचिव डीएस ढेसी के अगुवाई में पांच अफसरों की कमेटी को इस बातचीत के लिए अधिकृत किया गया है. सरकार अफसरों की इस कमेटी को यह इशारा दे चुकी है की उसे किन मुद्दों पर सहमति देनी है. सरकार न सिर्फ बीते आंदोलनकारियों से जुड़े मुकदमे वापस लेने को तैयार है बल्कि आंदोलन में घायल लोगों को भी मुआवजा राशि तक बांट चुकी है.
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