जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज ने शनिवार सुबह 3 बजे इस दुनिया को अलविदा कह दिया. तरुण सागर को उनके विवादित और कड़वे वचन के कारण जाना जाता है. उन्होंने कड़वे वचन नामक एक किताब भी लिखी थी जो काफी ज्यादा प्रसिद्द है. वैसे तो तरुण सागर महाराज कई बार विवादों के घेरे में आ चुके हैं लेकिन इंडस्ट्री के मशहूर संगीतकार विशाल ददलानी के साथ हुए विवाद के कारण वो काफी ज्यादा चर्चाओं में बने थे.
दरअसल विशाल ने हरियाणा विधानसभा के एक कार्यक्रम में तरुण सागर महाराज पर अपना गुस्सा जाहिर किया था इसके साथ ही उनपर अभद्र टिप्पणी भी की थी. उस समय विशाल आम आदमी पार्टी के नेता थे. विशाल की इस हरकत के बाद पार्टी भी उनसे काफी ज्यादा नाराज हुई थी. इतना ही नहीं विशाल की इस टिप्पणी के बाद जैन समुदाय की भावनाओं को आहत करने को लेकर विशाल के खिलाफ मामला भी दर्ज हुआ था.
अरविन्द केजरीवाल ने भी अपने ट्वीटर अकाउंट से विशाल के बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा था कि पार्टी उनके विचार से सहमत नहीं है. जब ये मामला बढ़ते हुए देखा तो विशाल ने खुद तरुण सागर के पास जाकर माफ़ी मांगी थी. विशाल के माफ़ी मांगने के बाद तरुण सागर ने कहा था कि ग़लती का अहसास होने पर माफ़ कर दिया जाना चाहिए. इस मामले के बाद भले ही विशाल को पार्टी ने ना निकाला हो लेकिन उन्होंने खुद ही आप पार्टी छोड़ दी थी.
ये भी पढ़े...
जलेबी खाते हुए ही संत बन गए थे तरुण सागर महाराज!!
पढ़े जैन मुनि तरुण सागर महाराज के सबसे विवादित और कड़वे वचन
पीलिया के कारण तरुण सागर ने गंवाई अपनी जान, जानिए क्या है इस बीमारी के लक्षण