मुंबई : नोटबंदी के बाद चालू किए गए दो हजार के नोट की छपाई बंद होने का मुद्दा राज्यसभा में सपा नेता नरेश अग्रवाल ने उठाया. गुलाम नबी आजाद और सपा के नरेश अग्रवाल ने इस मुद्दे पर सरकार से जवाब माँगा. लेकिन सदन में मौजूद वित्त मंत्री अरुण जेटली मौन रहे.
उल्लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने दो हजार के नोटों की छपाई पांच माह पहले ही बंद कर दी थी. फिलहाल छोटे नोटों पर जोर दिया जा रहा है.सूत्रों के अनुसार आरबीआई की मैसूर प्रेस में 200 रुपये के नोटों की छपाई तेजी से चल रही है . अगले माह करीब एक अरब रुपये मूल्य के 200 के नोट बाजार में आने की सम्भावना जताई गई है.
इस बारे में विशेषज्ञों से मिली जानकारी के अनुसार दो हजार रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 3.7 अरब नोट छापे जा चुके हैं. यह 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद बंद हुए एक हजार रुपये के 6.3 अरब नोटों के मूल्यों से अधिक है. फिलहाल 90 फीसदी 500 रुपये के नोट छापे जा रहे हैं. अब तक 500 के 14 अरब नोट की छपाई हो चुकी है . जो 8 नवंबर को बंद हुए 500 रुपये के 15.7 अरब नोटों के करीब पहुँचने की कगार पर है .
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