श्रीनगरः जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद सरकार द्वारा नजरबंद किये गए राज्य के दो पूर्व सीएम नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती के रिहाई के आसार फिलहाल नहीं हैं। अभी कुछ दिन और ये पुलिस हिरासत में रहेंगे। एक सीनियर अधिकारी ने साफ किया कि एहतियाती तौर पर हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई के बारे में कोई भी निर्णय स्थानीय प्रशासन की राय और वहां के हालात पर निर्भर करेगा।
अधिकारी ने बताया कि यह कहना बहुत मुश्किल है कि हिरासत में लिए गए नेताओं को कब रिहा किया जाएगा। उन्होंने संकेत दिए कि इस मामले में किसी भी तरह की जल्दबाजी नहीं की जा रही है। उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को श्रीनगर में अलग-अलग गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया है, जबकि पूर्व सीएम डॉ. फारूक अब्दुल्ला अपने घर में नजरबंद हैं। दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं को भी गेस्ट हाउस में नजरबंद किया गया है।
राज्य प्रशासन की ओर से पांच अगस्त के बाद से हिरासत में लिए जाने वाले नेताओं की संख्या नहीं बताई गई है। अनुमान के आधार पर इनकी संख्या दो हजार से अधिक बताई जा रही है। सरकार के इस कदम की आलोचना भी हो रही है। इस मामले को अदालत भी ले जाया गया लेकिन कोर्ट ने सरकार को इस संबंध में किसी तरह के दिशानिर्देश जारी करने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने सरकार को और वक्त देने की बात कही है।
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