जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ भारतीय सेना ने अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। इसी के चलते यहाँ सेना को बड़ी सफलता मिली है। मिली जानकारी के तहत बीते शनिवार को लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर उमर मुश्ताक खांडे ढेर किया गया है। जी दरअसल जम्मू-कश्मीर में सेना के सात जवानों की हत्या करने में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने के लिए पुंछ (Poonch) और राजौरी जिलों (Rajouri District) के वन्य क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। यह सर्च ऑपरेशन रविवार को सातवें दिन भी जारी रहा।
बताया जा रहा है सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) समेत दो जवान शहीद हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक़ दो जवानों की मौत के साथ ही पुंछ के सुरनकोट वन में बीते सोमवार से शुरू हुए अभियान में अब तक नौ जवान शहीद हो चुके हैं। वहीं बाद में यह अभियान पुंछ के मेंढर और राजौरी के थानामंडी तक फैल गया। दूसरी तरफ अधिकारियों का कहना है कि एक जेसीओ और एक जवान का शव मेंढर के नार खास वन क्षेत्र में उस स्थान के पास से मिले जहां गुरुवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी।
इसके अलावा अधिकारियों ने यह भी बताया कि, 'मेंढर से थानामंडी तक के पूरे वन क्षेत्र की कड़ी घेराबंदी कर दी गयी है। आतंकवादियों का पता लगाने के लिए व्यापक तलाश अभियान चलाया गया है। आतंकवादी घेराबंदी से बचने की कोशिश में एक जगह से दूसरी जगह जा रहे हैं।' आपको बता दें कि राजौरी-पुंछ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक विवेक गुप्ता ने बीते मंगलवार को बताया था कि पुंछ में सुरक्षाबलों पर हमले में शामिल आतंकी पिछले दो से तीन महीनों से इलाके में मौजूद थे। जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ क्षेत्रों में इस साल जून के बाद से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ गयी है।
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