जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रही है. हल ही में बीजेपी और पीडीपी का गठबंधन टूटने के बाद जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लगा हुआ लेकिन अब मिल रही ख़बरों के अनुसार कयास लगाए जा रहे है कि यहाँ पर पीडीपी और कांग्रेस में गठबंधन होकर सरकार बन सकती है.
हाल ही मिल रही ख़बरों के बीच महबूबा मुफ़्ती कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के सम्पर्क में है. जानकारी के मुताबिक एक खबर यह भी मिल रही है, जम्मू कश्मीर में 3 जुलाई को एक बैठक हो सकती है जो सोनिया गाँधी, महबूबा मुफ़्ती और गुलाम नबी आजाद के बीच होने वाली है. वहीं इस इस बैठक में जम्मू कश्मीर में इन दोनों पार्टी के सभी विधायक शामिल होंगे.
87 सीटों वाली राज्य विधानसभा में पीडीपी के पास 28 विधायक हैं. वहीं कांग्रेस के पास 12 विधायक हैं. ऐसे में पीडीपी और कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए 4 और विधायकों की जरूरत है. अगर सीपीआई (एम) का एक विधायक, पीडीएफ का एक विधायक और दो निर्दलीय विधायक उन्हें समर्थन दे देते हैं तो ऐसा मुमकिन हो सकता है. निर्दलीय विधायकों में पवन गुप्ता, मुहम्मद यूसुफ तारीगामी, हकीम मुहम्मद यासीन और इंजीनियर रशीद हैं. चारों ऐसे विधायक हैं जिन्होंने भाजपा को समर्थन नहीं किया है.
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