श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के लाल चौक के पास स्थित हरि सिंह हाई स्ट्रीट पर मंगलवार (10 अगस्त, 2021) को एक बम धमाका हुआ, जिसमें 11 लोग जख्मी हो गए। उसी दिन, उसी इलाके में, कुछ ही देर बाद आदिल फारूक नाम का पत्रकार ग्रेनेड के साथ गिरफ्तार किया गया। जम्मू कश्मीर पुलिस ने जानकारी दी है कि आदिल फ़ारूक़ भट स्थानीय ‘CNS न्यूज़ एजेंसी’ के लिए काम करता है। उसके पास से दो ग्रेनेड मिले हैं। उसे जिस मक्का मार्केट से अरेस्ट किया गया है, वो क्षेत्र लाल चौक से तक़रीबन आधा किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बता दें कि आदिल फारूक भट को फरवरी 2019 में भी अरेस्ट किया गया था, किन्तु बाद में उसे छोड़ दिया गया था। आतंकियों के साथ उसके संपर्कों को लेकर पुलिस को पहले से ही संदेह था और उस पर नजर रखी गई थी। 2 साल पहले उसकी गिरफ़्तारी पर जमकर हंगामा मचाया गया था। तब ‘ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस’ के अध्यक्ष और अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुख ने ‘सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA)’ के तहत आदिल फारूक की गिरफ़्तारी की आलोचना करते हुए कहा था कि झूठे मामलों में फँसा कर सरकार छात्रों और युवाओं का करियर तबाह कर रही है। उस समय आदिल फारूक ‘सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर’ में पत्रकारिता का स्टूडेंट हुआ करता था। उसे जम्मू के कोट भलवाल जेल में डाला गया था। मीरवाइज ने उसे फ़ौरन छोड़े जाने की माँग की थी। अब स्पष्ट हो गया है कि तब के ‘छात्र और युवा’ ने किस प्रकार का ‘करियर’ चुन लिया था।
इस ‘ग्रेनेड वाली पत्रकारिता’ के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के नेताओं ने जमकर बावल मचाया था। गनीमत ये है कि नए जम्मू कश्मीर में मीरवाइज उमर फारूक बीते 2 वर्षों से जेल में कैद है और अब वो ट्वीट कर आतंकियों की पैरवी नहीं कर सकता। उसके कई साथी भी जेल में सड़ रहे हैं। एक और बात जानने योग्य है कि हरि सिंह हाई स्ट्रीट में ही ‘सीमा सुरक्षा बल (SSB)’ का एक बंकर है, जो आतंकियों का शिकार बना। SSB की 14वीं बटालियन के उसी बंकर को लक्ष्य करके बम फेंका गया था। किन्तु, ये ग्रेनेड सड़क पर ब्लास्ट हो गया और कई नागरिक जख्मी हो गए। घायलों को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराना पड़ा। इसके बाद चलाए गए सर्च ऑपरेशन में आदिल फारूक भट दबोचा गया।
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