महराजगंज : उत्तराखंड के महराजगंज कोर्ट में शनिवार को जब हिजबुल के बेहद खुंखार आतंकी नसीर को कड़ी सुरक्षा में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया तो पुलिस को उम्मीद थी कि उसे रिमांड मिल जाएगी इसलिए रिमांड की अर्जी लगाई थी लेकिन पुलिस को आतंकी नासिर की रिमांड नहीं मिली और उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व यूपी एटीएस ने आतंकी नसीर को 12 दिनों के लिए रिमांड पर लिया था. जहां से एटीएस को बहुत कुछ जानकारी मिली थी. शनिवार की पेशी पर सुनवाई के बाद सीजेएम रामकिशोर चतुर्थ ने नसीर अहमद वानी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. नसीर के खिलाफ जम्मू- कश्मीर में चल रहे एक मुकदमे में पेशी पर ले जाने के लिए जम्मू- कश्मीर पुलिस के एस आई मुजफ्फर द्वारा भी प्रार्थना पत्र दिया गया है. जिस पर न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है.
गौरतलब है कि आरम्भिक पूछताछ में कश्मीर के बनिहाल निवासी नसीर ने बताया कि वह 2002-03 में हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था और वहीं से वह पाकिस्तान चला गया. जहाँ वह हिजबुल मुजाहिदीन के साथ कई आतंकवादी घटनाओं में शामिल रहा है. नासिर ने स्वीकारा कि 2002 में सेना के साथ मुठभेड़ में उसे बनिहाल में दो गोली लगने से घायल हुआ था
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