श्रीनगर: बीते चार दिनों से लगातार जारी बर्फबारी से जम्मू-कश्मीर में तबाही मची हुई है. ठंड से बुरी तरह से लोगों का हाल बेहाल हो गया है. सड़कों से लेकर घरों तक बर्फ की चादर दिखाई दे रही है. गाड़ियों पर बर्फ की मोटी मोटी परतें जम गई हैं. वहीं रास्तों को साफ करने का काम जोर शोर से जारी है. इस बीच प्रशासन ने पेट्रोल-डीजल की लिमिट तय कर दी है.
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने घाटी में ऑटोमोबाइल और भोजन पकाने के ईंधन के राशनिंग का आदेश दिया है. दोपहिया वाहन 3 लीटर तक ईंधन ले सकते हैं, प्राइवेट कारें 10 लीटर और कॉमर्शियल वाहन 20 लीटर ईंधन ले सकते हैं. LPG सिलेंडर उचित पावती को देखने के बाद 21 दिनों के बाद ही ग्राहक को मिलेगा. जम्मू कश्मीर प्रशासन के फैसले से घाटी के लोग खफा हैं. एक स्थानीय निवासी ने कहा कि एक ओर प्रशासन कह रहा है कि वे सर्दियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और उनके पास पर्याप्त स्टॉक है, और दूसरी ओर उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर लेने के लिए तीन हफ्ते तक का इंतजार करना होगा.
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मैंने पहली बार ईंधन की राशनिंग के संबंध में सुना है. श्रीनगर-जम्मू सड़क एक हफ्ते के लिए बंद रहेगी. क्या यह (राशनिंग) का मतलब है कि उनके पास एक हफ्ते तक भी स्टॉक नहीं है?
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