आज भगवान कृष्ण का जन्मोस्तव हर जगह बड़े ही उल्लास के साथ मनाया जायेगा और हर कोई इसके लिए उत्साव वर्धक है. इस दिन भगवान कृष्ण का श्रृंगार क्या जाता है और लोग अपने मन के अनुसार उनका श्रृंगार करते हैं और अपनी पूरी श्रद्धा भक्ति से उन्हें सजाते हैं. अगर आप भी उन्हें कुछ अनोखा रूप देना चाहते हैं तो हम वार के अनुसार उनका श्रीनगर करें जैसा हम आपको बताने जा रहे हैं. जी हाँ, वार के अनुसार भी आप भगवान कृष्ण का श्रृंगार कर सकते हैं.
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आइये इसके पहले आपको बता देते हैं उनके श्रृंगार से पहले उनकी वंदना करें या फिर आप श्रृंगार के दौरान भी इस मंत्र को जप सकते हैं जो हम आपको बता रहे हैं. ये है वो मंत्र-
॥ कृष्णःकर्षति आकर्षति सर्वान जीवान् इति कृष्णः॥
॥ ओम् वेदाः वेतं पुरुषः महंतां देवानुजं प्रतिरंत जीव से॥
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कहा जाता है हर दिन नए श्रृंगार से भगवान कृष्ण जल्दी ही प्रसन्न होते हैं और रोज़ आप उन्हें नए-नए तरीकों से सजा सकते हैं. लेकिन अगर जन्माष्टमी से लेकर हर दिन कान्हा का श्रृंगार बदला जाए तो 40 दिन में जीवन में आ रहे सुखद बदलाव को महसूस करेंगे. भगवान श्रीकृष्ण का पूजन त्रिकाल संध्या करना चाहिए.
भगवान राधा-कृष्ण को सोमवार को चमकीले सफेद वस्त्र पहनाने चाहिए,
मंगलवार को लाल,
बुधवार को हरा,
गुरुवार को पीला,
शुक्रवार को बादामी और सुनहरा,
शनिवार को नीला एवं
रविवार को नारंगी रंग के पहनाना चाहिए जिससे वो प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी करते हैं.
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