नई दिल्ली : मई 2014 में मोदी सरकार के सता संभालते ही उन्होने भारतवासियों को बुलेट ट्रेन का ख्वाब दिखाया। जिसे पूरा करने के लिए चीन ने उनकी मदद का आश्वासन दिया। इसके अगले ही पल जापान ने और अधिक सस्ते दर पर बुलेट ट्रेन का सपना सच करने का प्रस्ताव दिया। अब इसी वादे को निभाते हुए औऱ चीन को मात देते हुए जापान ने भारत के पहले हाइ स्पीड ट्रेन प्रोजेक्ट का कांट्रैक्ट हासिल कर लिया है।
इस प्रोजेक्ट की शुरुआत मुंबई से अहमदाबाद के बीच चलने वाली ट्रेनों पर होगा जिसे भविष्य में दिल्ली तकबढ़ाया जाएगा। जापान को कांट्रैक्ट दिए जाने का कारण सस्ती लागत और मेक इन इंडिया का प्लान है। चीन की विफलता का कारण 4 साल पहले चीन में बुलेट ट्रेन में हुई दुर्घटना है। इस बात की अधिकारिक तौर पर उद्घोषणा जापान के प्रधानमंत्री के भारत दौरे के दौरान किया जाएगा। तभी एमओयु साइन की जाएगी। 98000 के इस प्रोजेक्ट को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है।
अधिकारियों के मुताबिक जापान ने पहले ही मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर की स्टडी कर ली थी। इस पर चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि हम भारत के फैसले का सम्मान करते हैं। सभी देश अपने सहयोगी देशों की मदद के लिए प्रयास करते हैं, जैसे भी वह करना चाहते हों।