अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने जापान और भारत के बीच हुए कई महत्वपूर्ण समझौतों को लेकर जानकारी दी। दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण बुलेट रेल प्रोजेक्ट को लेकर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान कहा कि भारत के मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को जापान के माध्यम से बल मिलेगा। जबकि शिंजो आबे ने अपने उद्बोधन में कहा कि जापान मेक इन इंडिया को लेकर प्रतिबद्ध है। दोनों ही नेता जापान और भारत के बीच हुए समझौतों को लेकर सकारात्मक नज़र आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त बयान के दौरान कहा कि जापान और भारत ने ऊर्जा और पर्यावरण परिवर्तन को लेकर बेहतर कार्य किया है। जापान ने 2016 से 2017 में 4.7 बिलियन डाॅलर, का निवेश भारत में किया है। उनका कहना था कि जापान हमारे लिए बड़ा निवेशक है। उन्होंने कहा कि जापान की फूड इंडस्ट्री के लिए भारत के द्वार खुले हुए हैं। उन्होंने अपील की, कि जापानी रेस्टोरेंट और फूड चैन भारत में आकर अपना कारोबार करें। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय व्यंजनों का लाभ जापानी लोग जापान में ले सकेंगे।
वे चाहे तों व्यंजन मंगवा सकेंगे। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने अपने उद्बोधन की शुरूआत नमस्ते से की और जापानी भाषा में अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यदि भारत ताकतवर होता है तो यह जापान के हित में ही होगा। शिंजो आबे ने मेक इन इंडिया प्रोजेक्ट को अहम बताते हुए कहा कि जापान इसमें बेहतर तरह से कार्य करेगा।
हिंद महासागर व प्रशांत सागर में शांति के लिए मिलकर कार्य किया जाएगा। पीएम मोदी और शिंजो आबे के संयुक्त बयान ने जापान और भारत के बीच हुए समझौते को बेहद महत्वपूर्ण बताया। दोनों ही नेताओं ने परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण प्रयोग पर चर्चा की। उन्होंने इसे तरक्की के लिए महत्वपूर्ण बताया।
इस मामले में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जापान से जल, थल, आकाश में चलने में सक्षम 12 यूएस 1 विमान लेने के भारतीय प्रस्ताव, और रक्षा उद्देश्यों के लिए जमीन पर चलने वाले मानव रहित वाहनों एवं रोबोट के क्षेत्र में अनुसंधान समन्वय के लिए विशेष तौर पर चर्चा हो सकती है. इससे दोनों देशों के बीच सामरिक भागीदारी के साथ रक्षा संबंध भी गहरे हो सकते हैं। इसके पहले शिंजो आबे ने दांडी कुटीर को समझने का प्रयास भी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें कुटीर का अवलोकन करवाया।
भारत में नए अध्याय की शुरुआत - शिंजो आबे