चीन। दक्षिण एशिया में चीन की वन बेल्ट वन रोड परियोजनाओं पर हुए विवाद के बीच, भारत आगामी सप्ताह आसियान, सम्मेलन का आयोजन करेगा। संभावना है कि, इस बार भी जापान, भारत की सहायता कर रहा है। उक्त समिट से भारत के एक्ट ईस्ट पाॅलिसी के बढ़ावे को एक नया अवसर मिलेगा। उक्त दो दिवसीय, समिट 11 दिसंबर से आयोजित होगी। गौरतलब है कि, जापान ने 5 दिसंबर को भारत के ही साथ, अधिनियम ईस्ट फोरम का शुभारंभ किया।
इस फोरम में जापान की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी, और जापान के विदेश व्यापार संगठन के बीच भी, कारोबार और व्यापार को लेकर, चर्चा हो सकती है। गौरतलब है कि, जापान ने 5 दिसंबर को भारत के साथ अधिनियम ईस्ट फोरम का शुभारंभ किया, जिसमें जापान की अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी व जापान के विदेश व्यापार संगठन द्वारा प्रतिनिधित्व किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार, इसका उद्देश्य उत्तरपूर्व में जापान के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए किया गया है। जापान के राजदूत, केन्जी हिरामात्सू ने जानकारी दी कि, उक्त समिट भारत व जापान के लिए अहम है। जानकारी सामने आई है कि, दक्षिण एशिया भारतीय विदेश नीति हेतु महत्वपूर्ण है।
भारत दक्षिण आसियान हेतु, विदेश नीति पर कार्य कर रहा है। सरकार का उद्देश्य है कि, वर्ष 2025 तक मास्टर प्लान के तहत उक्त कन्क्टिविटी को शानदार बनाना है। माना जा रहा है कि, भारत चीन की तल्खियों और चीन द्वारा, डोकलाम और अन्य क्षेत्रों में अतिक्रमण को लेकर चिंतित रहता है। इस समिट में इन मसलों को भी चर्चा में शामिल किया जा सकता है। भारत अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर भी गंभीरता से चिंतन कर सकता है।
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