नई दिल्ली: 1965 के भारत- पाकिस्तान युद्ध में इंडियन आर्मी के कई जवान वीरगति को प्राप्त हो गए थे और कई लापता हो गए थे. इसी बीच एक चौंका देने वाली खबर सामने आई है. इस युद्ध में शामिल इंडियन आर्मी के एक जवान आनंद पत्री आज भी पाकिस्तान के लाहौर जेल में कैद है। इसकी जानकारी मिलती ही, उनके बेटे ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से अनुरोध किया है कि इनके पिता को पाकिस्तान के जेल से रिहा कराया जाए.
बता दें आनंद पत्री के 65 साल के बेटे बिद्याधर पत्री, जो ओडिशा में रहते हैं, उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और पीएम मोदी से अनुरोध किया है कि अगर उनके पिता जीवित हैं, तो उन्होंने वतन वापस लाया जाए. बिद्याधर पत्री के पिता आनंद पत्री 1965 के भारत-पाकिस्तान जंग के दौरान बंगाल रक्षा रेजिमेंट में एक सिपाही के तौर पर कार्यरत थे, जब वे लापता हुए थे, उस समय उनका परिवार ओडिशा के भद्रक जिले के धामनगर ब्लॉक में रहता था. विद्याधर ने कहा कि लिए मैंने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि उन्हें 2003 में एक प्रकाशन के जरिए पाकिस्तान की जेल में अपने पिता के होने का पता चला. उन्होंने अपने लापता पिता की खोज के लिए गए अपने संघर्ष के संबंध बताते हुए कहा कि मैंने मदद के लिए हर दरवाजे पर दस्तक दी, मगर कोई समर्थन नहीं मिला. वो 1965 की जंग के बाद वह वापस नहीं लौटे. विद्याधर ने बताया कि, 2003 में एक प्रकाशन ने कहा था कि मेरे पापा पाकिस्तान की लाहौर जेल में कैद हैं, जब से मुझे पता चला कि मेरे पिता जिन्दा हैं, मैंने मदद के लिए हर दरवाजा खटखटाया, लेकिन किसी ने मदद ने नहीं की. उन्होंने कहा कि यदि मेरे पिता 20 साल पहले लौट आए होते, तो हमारा परिवार उनके साथ कुछ समय गुजर लेता.
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