आप सभी को बता दें कि माघ माह में शुक्ल पक्ष एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है. ऐसे में जया एकादशी का व्रत बहुत ही पुण्यदायी मानी जाती है और इस एकादशी के व्रत से मनुष्य भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है. कहते हैं इस व्रत के प्रभाव से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और परिजनों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है. आप सभी को बता दें कि जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है और यह व्रत सभी पापों को नष्ट करने वाला है.
इसी के साथ जया एकादशी का व्रत करने की परंपरा सदियों से चली आ रही है और इस व्रत से मानसिक शांति मिलती है. आप सभी को यह भी बता दें कि जया एकादशी बेहद पुण्यदायी मानी जाती है और इस व्रत से पहले दशमी तिथि को एक समय आहार करना चाहिए. इसी के साथ इस दिन भगवान विष्णु की सच्चे मन से आराधना करने से मन स्वच्छ होता है और सभी अधूरे कार्यों में सफलता मिलती है.
कहा जाता है अगर किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा आसपास है, तो वह भी दूर हो जाती है और भगवान को पंचामृत का भोग लगाना चाहिए. इसी के साथ एकादशी की पूजा में पीले कपड़ों का ही प्रयोग करना चाहिए और जया एकादशी की रात सोना नहीं चाहिए. कहते हैं ब्राह्मण को भोजन करा क्षमता अनुसार दान देना जरुरी है.
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