हाल ही में कल कर्नाटक विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित हुए है, जिसके बाद यह चुनाव क्रिकेट के किसी रोमांचक मैच जितना रोमांचक होता हुआ दिखाई दे रहा है. यहाँ एक और कांग्रेस और जेडीएस मिलकर सरकार बनाने की जुगाड़ में लगे हुए है, वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी किसी तरह की तिकड़म भिड़ा कर सरकार बनाने के लिए कोशिश में लगे हुए.
परिणाम के बाद कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के हालत बने हुए है, बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस, किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, वहीं सूत्रों के मुताबिक मिल रही खबर के अनुसार कांग्रेस के लिंगायत समुदाय के कुछ विधायक बीजेपी के सम्पर्क में है, वहीं जेडीएस के 5 विधायक भी बीजेपी के सम्पर्क में है.
बता दें, कल जेडीएस ने राज्यपाल से सरकार बनाने को लेकर मिलने की कोशिश की थी लेकिन राज्यपाल ने उन्हें मना कर दिया इस लिहाज से देखा जा रहा है कि यहाँ पर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी बीजेपी को राज्यपाल सबसे पहले न्यौता देंगे. ऐसे में यह एक तरह से समझ से बाहर है जब गोवा और मणिपुर में छोटी पार्टी बनने के बावजूद बीजेपी को राज्यपाल का न्यौता मिल जाता है वहीं कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन बीजेपी को रास नहीं आ रहा है.
कर्नाटक में राजनीतिक घटनाक्रम तेज ,कांग्रेस-जेडीएस की बैठक
बीजेपी को और सजग करते कर्नाटक के परिणाम
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