पटना: मोदी सरनेम मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सजा के मामले में आज बिहार विधानसभा के प्रवेश द्वार से सदन तक महागठबंधन ने मार्च निकाला। जिसमें महागठबंधन के सभी पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया। मगर, नीतीश कुमार की पार्टी JDU इस प्रदर्शन में नहीं पहुंची। महागठबंधन के नेताओं द्वारा बैनर-पोस्टर लेकर मार्च निकाला गया, जिस पर लिखा था मोदी हटाओ, देश बचाओ। इस दौरान जमकर नारे भी लगाए गए। इससे पहले सदन में भी इस मुद्दे पर जमकर बवाल हुआ और विपक्ष ने सरकार को जमकर घेरा। मगर, सदन के अदंर भी JDU के नेता चुप्पी साधे रहे।
सदन के भीतर और बाहर सबसे अधिक आक्रामक कांग्रेस रही। क्योंकि उन्ही के नेता राहुल गांधी को सजा मिली थी। हालांकि फ़ौरन जमानत भी मिल गई थी। कांग्रेस के विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि अदालत का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। सरकार विपक्ष की आवाज दबाना चाहता है। जांच एजेंसियों का तो गलत इस्तेमाल हो ही रहा है। ये भाजपा की लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के खिलाफ साजिश है। जिसमें वो सफल नहीं हो पाएगी। महागठबंधन के नेताओं ने एक सुर में कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष मुक्त भारत बनाने का षड्यंत्र रच रहा है। इसी के तहत झूठे केस लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि, इससे पहले तेजस्वी यादव ने भी राहुल गांधी के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधा था। तेजस्वी ने कहा था कि पीएम मोदी पूरी तरह से नर्वस हो चुके हैं, उन्हें लोकसभा चुनाव में हार का डर लग रहा है। इसलिए विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में अब समय आ गया है कि पूरा विपक्ष एकजुट हो जाए। क्योंकि यदि 2024 में भी मोदी सत्ता में आए, तो भाजपा नोटों पर गांधी की जगह मोदी की तस्वीर लगा देगी।
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