लंदन : जेट एयरवेज के एक विमान को घेरे जाने के मामले में जानकारी सामने आई है कि दरअसल विमान का पायलट आराम कर रहा था। उसे नींद लग गई थी और दूसरे पायलट के पास गलत फ्रीक्वेंसी थी ऐसे में उस तक आवाज नहीं पहुंची। पायलट एटीसी से संपर्क नहीं कर पाया। मिली जानकारी के अनुसार जर्मनी के विमान क्षेत्र में विमान का संपर्क एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया।
ऐसे में जर्मनी ने सहायता के लिए और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने लड़ाकू विमान को भेजा। गौरतलब है कि जेट एयरवेज के विमान बोइंग 777 - 300 उड़ान संख्या 9 डब्ल्यू 118 द्वारा विगत 16 फरवरी को मुंबई से लंदन हेतु उड़ान भरी गई थी। विमान में 330 यात्री और चालक दल के 15 सदस्य सवार थे।
एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क कटने के बाद सुरक्षा को देखते हुए जेट एयरवेज के इस बोइंग-777 विमान की सुरक्षा के लिए अपने दो लड़ाकू विमानों को भेजा। हालांकि बाद में विमान की सुरक्षित लैंडिंग हुई। गौरतलब है कि विमान संख्या बाईंग 777 को लेकर जानकारी सामने आई थी कि इसे मुंबई से लंदन की ओर जाने के दौरान रास्ते में जर्मनी के फाईटर जेट ने घेर लिया था।
जेट एयरवेज की लन्दन जा रही फ्लाइट का ATC से संपर्क टूटने पर जर्मन लड़ाकू विमानों की मिली मदद
जेट एयरवेज फ़्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग,120 यात्री बाल-बाल बचे