चतरा: झारखंड के चतरा गौशाला न्यास में एक हफ्ते के भीतर एक के बाद एक तीन पशुओं की मौत हो गई. यह मौत भूख से हुई बताई जाती है. दरअसल में कोरोना के संक्रमण के मद्देनज़र सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से गौशाला में चारा का अभाव हो गया है. पशुओं को भर पेट भोजन नहीं मिल पा रहा है. वहीं, चारा खरीदने के लिए गौशाला में प्रयाप्त धन उपलब्ध नहीं है. क्योंकि लॉकडाउन होने के कारण गौशाला के दुकानों का न तो किराया मिल पा रहा है और ना ही किसी प्रकार की मदद.
ऐसे में प्रशासन के द्वारा गौ तस्करों के हाथों छुड़ाकर गौशाला में दिए गए लगभग 100 से भी अधिक पशुओं के समक्ष भुखमरी की समस्या पैदा हो गई है. चारा की समस्या को लेकर गौशाला न्यास के सदस्यों ने उपायुक्त से लेकर एसडीओ व जिला पशुपालन पदाधिकारी से तक सहायता की मांग की है. किन्तु किसी ने अब तक ध्यान नहीं दिया. चतरा गौशाला न्यास में लगभग 100 पशुधन हैं. जो जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें पकड़कर दिया गया है.
गौशाला न्यास के अध्यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन होने के चलते दुकान के रेंट व अनुदान से प्राप्त होने वाले आमदन के स्रोत बन्द हो गए हैं. जिसके चलते चारा की समस्या शुरू हो गयी है. कुछ पशुओं की मौत भी हो गई है. यदि समय रहते चारा की व्यवस्था नहीं की गई तो कई और पशुओं की मौत हो सकती है. इस बारे में जिले के कई अधिकारियों से मदद की गुहार लगाई गई है, परन्तु अब तक किसी ने ध्यान नहीं दिया.
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