रांची: 2019 चुनाव के चलते भाजपा सरकार आदिवासियों को रिझाने में लगी हुई है, मध्यप्रदेश में जहाँ सीएम शिवराज सिंह आदिवासी तबके के लिए नई योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं, वहीं आदिवासी बाहुल्य राज्य झारखण्ड में भी सीएम रघुबर दास ने आदिवासियों की स्थिति सुधारने के लिए एक नई पहल की है. रघुबर दास ने कहा है कि राज्य सरकार आदिवासी बाहुल्य गावों का कायाकल्प करेगी. सीएम ने यह घोषणा मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सचिवालय में एक प्रेस वार्ता के दौरान की.
इसके तहत केंद्र सरकार की गरीबोन्मुखी योजनाओं को अभियान के तौर पर चलाकर 500 और उससे अधिक की आदिवासी आबादी वाले गावों में धरातल पर उतारा जाएगा, इसमें सौभाग्य योजना के तहत घर-घर बिजली पहुंचाना, उजाला योजना के तहत एलईडी बल्ब वितरण, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्शन बाटना, प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन च्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना तथा मिशन इंद्र धनुष (टीकाकरण) योजना का लाभ आदिवासी क्षेत्रों तक पहुँचाया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव उनके फोकस एरिया में है, खासकर पिछड़े गांवों पर उनका ज्यादा ध्यान है, यहां सबसे ज्यादा जोर शिक्षा और स्वास्थ्य पर होगा. उन्होंने कहा कि डायन और बिसाही सरीखे अंधविश्वासों के खिलाफ सरकार जोरदार अभियान चलाएगी, ऐसे गांवों में मौजूद स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर बीएससी पास युवक-युवतियों की प्रशिक्षण के बाद तैनाती की जाएगी. साथ ही गाँव में शिक्षा देने के लिए ग्रेजुएट युवक-युवतियों को घंटी शिक्षक के तौर पर नियुक्त किया जाएगा, ताकि आदिवासी समुदाय को शिक्षित कर उनका सामाजिक स्तर ऊपर उठाया जा सके.
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